उत्तर प्रदेशगोण्डा

3.74 करोड़ का भवन तैयार, सीएचसी को उदघाटन का इंतजार

* बलरामपुर जिले के उतरौला तहसील के महदेइया बाजार में स्थित पीएचसी प्रांगण में बनाया गया है सीएचसी भवन

* दस साल बाद पूरा हुआ निर्माण, भवन हैंड ओवर होने के बाद भी अधर में संचालन

अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक

गोंडा। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा पहुंचाने के उद्देश्य से महदेईया बाजार में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रांगण में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया है। भारी-भरकम धनराशि से बनकर तैयार इस सीएचसी को उदघाटन का इंतजार है। इस अस्पताल के संचालन से करीब 50 से अधिक गांवों के हजारों लोगों को सहूलियत मिलेगी।

वर्ष 2013-14 में तत्कालीन केन्द्र सरकार ने एमएसडीपी योजना के तहत अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण की सौगात दी थी और कार्य का जिम्मा कार्यदायी संस्था सीएनडीएस को सौंपी गई थी। भवन निर्माण की कीमत 3.74 करोड़ रुपए थी। पहली किश्त में आधी धनराशि निर्गत की गई, जिससे भवन निर्माण का कार्य शुरू हुआ। निर्माण का नोडल अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को बनाया गया था। साल 2014 में केन्द्र में भाजपा की सरकार बनी। उसके बाद से एमएसडीपी योजना का नाम बदलकर प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम कर दिया गया। वर्ष 2014 के बाद दूसरी किश्त नहीं आई, जिससे निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका। करीब 10 साल बाद वर्ष 2024 में अस्पताल का भवन पूरी तरह बनकर तैयार हुआ। इस सीएचसी की रंगाई-पुताई भी हो गई है। ओपीडी, वार्ड और ओटी से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों के रहने के लिए आवास भी तैयार है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि भवन विभाग को हैंडओवर भी हो चुका है, लेकिन अब तक इसका शुभारंभ नहीं हो सका। चिकित्सक सहित अन्य स्टॉफ की तैनाती होना बाकी है। स्थानीय लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के संचालन का इंतजार है। इसके संचालन से क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकेंगी।

सीएचसी के संचालन की मांग

महदेईया बाजार सहित ग्राम पंचायत बनगवां, मुजहना, मुजहनी, गुमडी, पिपरा याकूब, अगया बुजुर्ग, महदेईया सिरसिया, कालिंजर ग्रिंट, रुखी मझारी, पटियाला ग्रिंट, गौर रमवापुर, अहिरौला नगवा, त्रिलोकपुर आदि गांवों के लोगों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को शीघ्र प्रारंभ कराए जाने की मांग की है।

इन पदों पर होगी तैनाती

अस्पताल में एमबीबीएस चिकित्सक, बाल रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ, फिजीशियन व सर्जन आदि की तैनाती की जानी है। सीएचसी में 30 बेड की व्यवस्था है। पैथोलॉजी लैब में 24 प्रकार की जांचें हो सकेंगी। इसके अलावा एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड मशीन की भी व्यवस्था की जाएगी।

क्या कहते हैं एडी हेल्थ

30 बेड का सीएचसी भवन बनकर तैयार हो गया है। विभाग को हैंडओवर भी हो चुका है। जल्द ही इसका संचालन शुरू कराया जाएगा। अभी पदों का सैंक्शन नहीं हो पाया है। फिलहाल पीएचसी के चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के जरिए संचालन किया जाएगा। पीएचसी को सीएचसी में शिफ्ट करवाया जाएगा। पद का सैंक्शन होने के बाद चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
डॉ जयंत कुमार, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, देवीपाटन मंडल गोण्डा।

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