उत्तर प्रदेशप्रयागराज

प्रदेश के 128 केन्द्रों पर 60 हजार छात्र देंगे परीक्षाएं

मुक्त विश्वविद्यालय की परीक्षाएं 27 से होंगी प्रारम्भ

प्रयागराज 26/12/2024

उ प्र राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज की सत्र दिसम्बर 2024 की परीक्षाएं 27 दिसम्बर 2024 से प्रारम्भ हो रही है। पूरे प्रदेश में 128 परीक्षा केन्द्रों पर लगभग 60 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे। यह जानकारी गुरुवार को कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने दी।
उन्होंने बताया कि परीक्षाएं 25 जनवरी 2025 तक आयोजित की जाएगी। प्रयागराज तथा गाजीपुर में सर्वाधिक आठ परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। उचित छात्र संख्या का मानक स्थापित करते हुए प्रत्येक जनपद में एक परीक्षा केंद्र बनाने का प्रयास किया गया है, जिससे परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि प्रदेश के पांच केंद्रीय कारागारों में भी परीक्षा केंद्र बनाया गया है। जिनमें बरेली, फतेहगढ़, अयोध्या, गोरखपुर तथा गौतम बुद्ध नगर प्रमुख हैं । परीक्षाएं दो पालियों में प्रातः10:00 से 1:00 तक एवं दोपहर 2:00 से 5:00 बजे तक आयोजित की जाएगी।
कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि प्रयागराज में लगने वाले विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए प्रमुख स्नान पर्व के आसपास परीक्षा नहीं रखी गई है। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण परीक्षा इस बार 26 दिनों में आयोजित की जाएगी। विश्वविद्यालय ने परीक्षा संपन्न कराने के लिए समय सारणी को 30 दिन पूर्व प्रकाशित कर दिया था। इस बार समय सारणी को चार खण्डों में विभक्त किया है। जिसके अंतर्गत सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स की परीक्षाएं 27 दिसंबर 2024 से 2 जनवरी 2025 तक, स्नातक कार्यक्रमों की परीक्षा 27 दिसम्बर से 25 जनवरी 2025 तक, स्नातकोत्तर कार्यक्रमों की परीक्षाएं 11 जनवरी 2025 से 25 जनवरी 2025 तक तथा पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षाएं एक एवं दो जनवरी 2025 को आयोजित की जाएंगी।
प्रोफेसर सत्यकाम ने बताया कि परीक्षा की शुचिता को बनाए रखने के लिए सभी के लिए परीक्षा फॉर्म भरना अनिवार्य किया गया तथा नियमानुसार उन्हीं का प्रवेश पत्र निर्गत किया गया जिन्होंने अपने अधिन्यास कार्य निर्धारित तिथियों पर जमा किए।
उन्होंने बताया कि सभी विषयों के परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र ऑनलाइन कर दिए गए हैं । जिन्हें डाउनलोड कर परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने ने बताया कि परीक्षाओं में सभी स्तर की प्रक्रियाओं में अधिक से अधिक डिजिटल माध्यमों व तकनीकी के प्रयोग के लिए विश्वविद्यालय निरंतर कृत संकल्पित है।
संपूर्ण उत्तर प्रदेश में परीक्षा को पारदर्शिता पूर्ण ढंग से सकुशल संपन्न कराने के लिए केंद्राध्यक्षों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। नकल विहीन परीक्षा संपन्न करने के लिए उड़ाका दल एवं पर्यवेक्षकों की टीम लगातार परीक्षा केन्द्रों का भ्रमण करेगी। उन्होंने छात्रों की सहायता के लिए क्षेत्रीय केंद्र पर हेल्प डेस्क बनाने का निर्देश दिया।
जनसंपर्क अधिकारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र ने बताया कि परीक्षा केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी को कोई परेशानी न हो एवं परीक्षार्थियों की समस्या के त्वरित समाधान के लिए परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में सहायता पटल स्थापित किया गया है। जहां परीक्षार्थियों की विभिन्न प्रकार की समस्याओं का समाधान करने के लिए तकनीकी विशेषताओं से युक्त शिक्षकों एवं कर्मचारियों की तैनाती की गई है।

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