मंडी परिसर में बनी पानी टंकी पर चढ़े व्यक्ति ने आत्महत्या की दी चेतावनी,मचा हड़कंप
मंडी प्रशासन पर उसे पिछले कार्य का भुगतान न करके सफाई कार्य से हटा देने का आरोप
नायब तहसीलदार और पुलिसकर्मियों के काफी मान मनौव्वल पर साढ़े चार घंटे बाद उतरा नीचे।
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोंडा। जिले के तहसील व कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत कर्नलगंज के नवीन गल्ला फल एवं सब्जी मंडी परिसर में बनी पानी की टंकी पर मंगलवार की भोर में एक सफाई ठेकेदार चढ़कर न्याय की गुहार लगाने लगा। युवक के शोर को सुनकर आसपास भीड़ एकत्रित होने लगी। उसका आरोप है कि मंडी प्रशासन ने उसे पिछले कार्य का भुगतान न करके उसे सफाई कार्य से विरत कर दिया है,जिससे अब वह बेरोजगार हो गया है। उसकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। जिससे आहत होकर वह पानी की टंकी से कूदकर आत्महत्या की चेतावनी देने लगा। हालांकि नायब तहसीलदार और पुलिसकर्मियों के काफी मान मनौव्वल पर साढ़े चार घंटे बाद वह पानी टंकी से नीचे उतरा। इस दौरान मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई।
कर्नलगंज तहसील व कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कोंचा कासिमपुर निवासी हरिश्चंद्र मौर्य को नवीन गल्ला फल एवं सब्जी मंडी में सफाई का टेंडर मिला था। लेकिन साफ सफाई की व्यवस्था को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थीं। बताया जाता है कि हाल ही में टेंडर प्रक्रिया में सफाई के लिए टेंडर दूसरे व्यक्ति को मिल गया है। जिससे हरिश्चंद्र नाराज चल रहे हैं। आरोप है कि उसे पिछले कार्य का भुगतान भी नहीं मिला है और कार्य दूसरे को दे दिया गया है। जिससे नाराज होकर वह खुदकुशी करने के लिए मंडी के परिसर में बनी पानी की टंकी पर चढ़ गया और न्याय न मिलने पर टंकी से कूद कर जान देने की चेतावनी देने लगा। मंडी के व्यापारियों के मुताबिक हरिश्चंद मंगलवार की भोर करीब चार बजे पानी की टंकी पर चढ़े थे। सूचना पर नायब तहसीलदार संतोष यादव व पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे और उससे नीचे उतरने के लिए मान मनौव्वल करने लगे। इस दौरान मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। करीब साढ़े चार घंटे तक कसरत करने के बाद नायब तहसीलदार ने उसे वापस काम दिलाने और पूरे मामले की जांच का भरोसा दिलाया, तब जाकर वह टंकी से नीचे उतरने को तैयार हुआ। उसके बाद पुलिस उसे कोतवाली ले जाकर पूछताछ कर रही है। इस संबंध में मंडी समिति के सचिव मुकेश जायसवाल का कहना है कि आरोप निराधार है। वह इस समय बाहर हैं,मंडी पहुंचकर मामले की जानकारी करने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है।