आराध्य ज्योतिष केंद्र ने दीपावली तिथि को लेकर संशय किया दूर 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी दीपावली

बरेली । दीपावली पर्व की तिथि को लेकर संशय दूर करने के लिए आराध्य ज्योतिष केंद्र के संचालक आचार्य रमाकांत दीक्षित की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि पूरे भारत वर्ष में दीपोत्स्व गुरुबार 31अक्टूबर को मनाना श्रेयष्कर होगा आचार्य रमाकांत दीक्षित जी ने कहा कि काशीविश्व पंचांग ही नहीं अपितु भारत के प्रसिद्ध पंचांगों में स्पष्ट रूप से 31 अक्टूबर को ही दीपावली पर्व लिखा हुआ है ।महावीरपंचांग ,ह्रषिकेश पंचांग ,द्वारिका पंचांग ,पुष्पांजलि पंचांग अयोध्या प्रसाद पंचांग ,तिरूपति पंचांग काल निर्णय पंचांग आदि पंचांग में दीपावली 31अक्टूबर को ही है ।शास्त्रों में दीपमल्लिका ग्रंथ में दीपावली उत्सव के लिए स्पस्ट लिखा है कि प्रदोषकाल एवं महानिशा काल के समय अमावस्या होने पर वही तिथि को धारण करे 31 अक्टूबर को अमावस्या सांयकाल 3:40 से प्रारम्भ होकर 1 नवम्बर को सायकाल 4 बजकर 32 मिनट तक रहेगी इस लिए प्रदोषकाल एवं निशाकाल दोनों ही 31 अक्टूबर को मिलने के कारण
सर्वसम्मति से 31 अक्टूबर को ही दीपावली पर्व मनाया जायेगा तिथि की भ्रान्ति को लेकर आचार्य जी ने कहा कि हिन्दुओ का कोई भी त्यौहार आते ही सनातन बिरोधी सोशल मिड़िया पर एक्टिब होकर सनातन को कमजोर करने की साजिश रचने लगते है उन्होंने ये भी कहा कि ऐसे समय पर हमारे शंकराचार्यो को आगे आकर समाज का मार्गदर्शन करना चाहिए ।
मीडिया प्रभारी एडवोकेट हर्ष कुमार अग्रवाल ने बताया कि दीपावली पर्व को लेकर 1962-1963 में भी यही स्थिति बनी थी तब भी पहले दिन ही दीपावली मनाई गई थी ।
इस मौके पर सतेंदर मोहन शास्त्री ज्योतिष एवं भागवत ब्यास ,आचार्य घनश्याम जोशी ज्योतिषाचार्य ,आचार्य नरेश भट्ट ज्योतिषाचार्य ,आचार्य अखिल पांडेय ज्योतिषचार्य ,आचार्य बागेश शर्मा ज्योतिषचार्य ,आचार्य हेमंत सांडिल्य भागवत ब्यास ज्योतिषचार्य ,आचार्य ललित तिवारी ज्योतिषचार्य पंडित विष्णु शुक्ल ,पंडित अनुराग अवस्थी ,अमित शास्त्री सुमित शास्त्री आदि लोगो ने भी 31 अक्टूबर को ही दीपावली मनाने पर सहमति जताई ।