अशोक कुमार वर्मा/ बालजी दैनिक
बीकापुर, अयोध्या। अपने घर से 28 अक्टूबर 2024 निकली बालिका का नरकंकाल 76 दिन बाद घर से दूर जंगल में मिला। सूचना पर पुलिस ने नरकंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटनास्थल पर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी भी पहुंचे और मामले का खुलासा करने के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारी को सख्त निर्देश दिए।इस मामले में शामिल आरोपी किसी कीमत पर नहीं बचना चाहिए। बीकापुर थाना क्षेत्र के शिवतर निवासिनी किसमतुल निशा पत्नी इदरीश की 16 वर्षीय पुत्री आसमीन बानो को 28 अक्टूबर को सुबह में शौच के लिए निकली और काफी समय बीतने के बाद वापस न आने पर परेशान परिजन बेटी को पूरे दिन खोजते रहे लेकिन उसका कहीं सुराग नहीं लगा। पुत्री की मां किसमतुलनिशा ने 7 जनवरी 2025 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को एक प्रार्थना पत्र देकर सराय खर्गी गांव निवासी जब्बार अली (गुड्डू ) पुत्र जौब्बाद अली पर बहला फुसलाकर भाग ले जाने का आरोप लगाते हुए शंका जाहिर किया था कि मेरी पुत्री को कहीं ले जाकर बेच सकते हैं फिर जान से मार देंगे। न्याय की गुहार लगाई थी। 76 दिन बीतने के बाद शिवतर गांव जंगल में एक नर कंकाल मिलने से गांव वासियों में हड़कंप बच गया। घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को क्षेत्राधिकार पुलिस पीयूष पाल प्रभारी निरीक्षक लालचंद सरोज पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए और नर कंकाल की पहचान पीड़ित परिवार के लोग ने चप्पल पहिचान किया।28 अक्टूबर 2024 उसके लापता होने की बाबत पुलिस को तहरीर दी। बेटी की मौत की खबर मिलते ही मां किसमतुलनिशा के परिवार का रो रो कर बुरा हाल हो गया। पुलिस ने नरकंकाल को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल के लिए जिला मुख्यालय भेजा।