उत्तर प्रदेशसीतापुर

कृषि विज्ञान केंद्र कटिया, सीतापुर में कृषि उद्यमिता कार्यशाला संपन्न

ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय

कृषि विज्ञान केंद्र कटिया, सीतापुर एवं भारतीय उद्यमी संघ के संयुक्त तत्वाधान में कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में एक दिवसीय कृषि उद्यमिता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में कृषि उद्यमी, कृषक उत्पादन संगठन, प्रगतिशील कृषक एवं कृषि विशेषज्ञों ने भाग लिया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उत्पादन से लेकर बाजार तक की व्यवस्थाओं और संभावनाओं पर मंथन करना था।

कार्यक्रम का उद्घाटन एवं अध्यक्षीय संबोधन देते हुए कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. दया शंकर श्रीवास्तव ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और कार्यशाला की रूपरेखा पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए किसानों को आधुनिक तकनीकों, विपणन व्यवस्था और नवाचारों से जोड़ना आवश्यक है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य किसानों को संगठित करने, उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ाने और उन्हें बाजार से जोड़ने की दिशा में कार्य करना है।
कार्यशाला में भारतीय उद्यमी संघ के प्रमुख पदाधिकारियों ने भाग लिया और अपने विचार साझा किए, श्री अभिषेक कुमार (प्रेसीडेंट, भारतीय उद्यमी संघ) ने कहा कि किसानों को पारंपरिक खेती के साथ ही नवाचारों को अपनाने की आवश्यकता है। साथ ही क्रेडिट और मार्किट लिंक विकसित करने पड़ेंगे जिससे कृषि उद्यमिता को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की आय में वृद्धि होगी।
श्री पंकज कुमार (सह-संयोजन, भारतीय उद्यमी संघ) ने विपणन रणनीतियों और बाजार की संभावनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किसानों को अपने उत्पादों की उचित पैकेजिंग और ब्रांडिंग पर ध्यान देना चाहिए, जिससे उन्हें बाजार में बेहतर कीमत मिल सके।
श्री राजा कलाम (भारतीय उद्यमी संघ) ने मूल्य संवर्धन (वैल्यू एडिशन), सरकारी योजनाओं में आवेदन, कृषि उद्यमिता की प्रस्तावना, कृषि ऋण एवं बैंक में आवेदन आदि के महत्व को समझाया।
श्री नीलांजन सिंह ने खेती से बाजार तक की व्यवस्थाओं पर प्रस्तुतीकरण दिया और किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, जैविक खेती और निर्यात के अवसरों के बारे में जानकारी दी।
इस कार्यशाला में जनपद के कृषक उत्पादक संगठनों, उद्यमियों समेत कुल 56 प्रगतिशील किसानों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। चर्चा के दौरान मुख्य विषयों जैसे की
फसल उत्पादन में नवीनतम तकनीकें, भंडारण एवं प्रसंस्करण के उपाय, विपणन एवं कृषि उत्पादों की ब्रांडिंग, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने की प्रक्रिया, नवाचार आधारित कृषि उद्यमिता के अवसर आदि पर कृषि वैज्ञानिको ने विस्तार से उत्तर दिया

कार्यक्रम का संचालन श्री शैलेन्द्र सिंह (प्रसार वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र) ने किया। उन्होंने किसानों को कृषि उद्यमिता से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया और सरकारी योजनाओं की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि “यदि किसान संगठित होकर कार्य करें और वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग करें तो वे अपनी आय को कई गुना बढ़ा सकते हैं।

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