उत्तराखण्ड
आधी अधूरी जानकारी पर एआईजी स्टाम्प को मिली फटकार

राजस्व के लिए जनमानस के साथ धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं – डीएमपूर्ण किया जाए जन सूचना गैप, भूमि क्रय विक्रय से पूर्व हो खतौनी – डीएम
आशीष तिवारी , बालजी दैनिक
देहरादून , 9 नवंबर , देहरादून के डीएम सविन बंसल ने रजिस्ट्रार कार्यालय की लचर कार्यप्रणाली पर फटकार लगाई है। एडीएम को एक सप्ताह के भीतर पूरी तैयारी के साथ बैठक कराने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्टाम्प एवं रजिस्टेशन विभाग की समीक्षा बैठक लेते हुए एआईजी स्टाम्प एंव सब रजिस्ट्रार सहित राजस्व विभाग के अधिकारियों को भूमि फर्जीवाड़ा रोकने हेतु प्रभावी कार्य योजना बनाने तथा जनमानस को फर्जीवाड़े से बचाने के लिए जागरूक करने हेतु व्यवस्था बनाने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए। देहरादून से जिलाधिकारी ने एक और अभिनव प्रयास करते हुए राज्य का प्रथम डेडिकेटेड कम्प्यूटर कियोस्क की शुरूआत की है।
जिलाधिकारी ने लेख पत्रों के क्रय विक्रय की रजिस्ट्री के दौरान जांच किये जाने वाले तथ्यों की जानकारी मांगने तथा तथ्यों का स्त्रोत पूछा जिस पर सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा ठीक प्रकार से जानकारी न दिये जाने पर कड़ी नाराजगी जाहिर करते हुए पूर्ण तथ्यों के साथ बैठक में प्रतिभाग करने के निर्देश दिए। सस्पैक्टेड प्रकरण की जानकारी तथा स्टाम्प परीक्षण के तरीका पूछने पर अधिकारी नही दे पाए संतोषजनक जवाब जिस पर जिलाधिकारी ने बैठक में आधी-अधूरी तैयारी से आने पर एआईजी स्टाम्प को फटकार लगाते हुए भविष्य में पूर्ण तैयारी के साथ बैठक में आने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि केवल राजस्व बढाना ही नहीं बल्कि जनमानस को धोखाधड़ी से बचाना भी है विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होंने निर्देश दिए जो चैक लिस्ट बनाई गई है उसके स्त्रोत की जानकारी लेकर आएं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जनमानस को जागरूक करने हेतु कलैक्टेट में विभिन्न स्थानों पर जागरूकता स्लोगन वाले फ्लैक्सी लगाए जाएं जिससे जनमानस भूमि क्रय विक्रय करने से पूर्व जानकारी प्राप्त कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि जनमानस को लैण्ड फ्राड से बचाने के लिए सिस्टम विकसित किया जाए जिससे लोगों की गाड़ी कमाई फर्जीवाड़े का शिकार होकर बर्बाद न हो। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन जयभारत सिंह, उप जिलाधिकारी मुख्यालय शालिनी नेगी, एआईजी स्टाम्प, सब रजिस्ट्रार सहित सम्बन्धित अधिकारी कार्मिक उपस्थित रहे।