अधिकारियों के इशारे पर बगैर परमिट हरियाली को किया जा रहा चौपट,खतरे में पर्यावरण
गोंडा में हरियाली को तबाह कर पर्यावरण को चौपट करने पर तुले हैं अधिकारी
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोंडा। मानव जीवन में पर्यावरण स्वच्छ रहना बेहद जरूरी है। इसके बिना धरती के जीव जंतु एक पल भी नहीं रह सकते। हम सांस लेते हैं तो आक्सीजन मिलता है जिसकी देन पर्यावरण ही है। लेकिन जिले में जहां एक और अंधाधुंध हरे भरे एवं खड़े प्रतिबंधित पेड़ों की कटाई से पर्यावरण चौपट हो रहा है तो वहीं दूसरी ओर पशु, पक्षी, एवं मानव जीवन पर बुरा असर होने की संभावना तीव्र हो गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा भले ही हर वर्ष वृक्षारोपण के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किया जा रहा हो पर जिले में वन विभाग के आला अफसर को इससे कोई मतलब नहीं है। जिसका जीता जागता उदाहरण कुंवाना व कटरा रेंज जैसे क्षेत्रो में देखा जा रहा है, जहां आम ,नीम,सागौन गूलर, शीशम, सहित अन्य प्रतिबंधित बेशकीमती पेड़ों पर लकड़कट्टे हावी बने हुए हैं। विभागीय संरक्षण में यहां के ठेकेदार दिन रात इन वृक्षों पर आरा चला रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कटरा रेंज के मधवा नगर गांव में करीब पचासों सागौन के पेड़ों को काटा डाला गया। शिकायत पर अधिकारियों ने बताया कि 15 पेड़ों के परमिट हैं। बाकियों पर जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है जो अभी तक ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ है। वज़ह पूछने पर जवाब मिलता है कि अभी मीटिंग में हूं। कुंवाना रेंज के रज्जन पुर पानी टंकी के पास आधा दर्जन से अधिक बगैर परमिट सागौन काटे गये। शिकायत पर दोनों रेंज के अधिकारियों से यह जानकारी मिलती है कि यह हमारे क्षेत्र से बाहर है। जबकि कुंवाना आफिस से महज कुछ ही दूरी का मामला है जुगराजपुर पारा सराय के कुलमनपुरवा सहित विभिन्न ग्रामों में आम,सागौन शीशम,गूलर जैसे आक्सीजन देने वाले वृक्षों की अंधाधुंध कटान की गई है। लेकिन यह सब जानकर भी विभागीय अधिकारी कार्यवाही करने की कोई रुचि नहीं ले रहे हैं जो एक जांच का विषय है। अब देखना यह होगा की खबर प्रकाशन होने के बाद विभागीय अधिकारी इस समस्या पर ध्यान देते हैं या नहीं।