रंग के प्रयोग से ठंड से बचें
प्रयागराज
ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से संबंधित बीमारियों का शिकार होना पड़ रहा है। इस प्रकार के रोगियों की संख्या उपचार हेतु एक्युप्रेशर संस्थान में भी लगातार बढ़ रही है, इसे ध्यान में रखते हुए एक्युप्रेशर संस्थान की ओर से एक जन-जागरण कार्यक्रम के माध्यम से सरल उपचार बताया है। दोनों हाथ की कनिष्ठिका, तर्जनी और दाहिने हाथ की अनामिका उंगली के बीच वाले जोड़ पर और बाईं अनामिका के नाखून के चारो ओर हल्का नीला रंग (स्केच पेन द्वारा ) लगा कर शरीर के अंदर की ऊर्जा को और अधिक सक्षम बनाया जाता है जिससे शीतकालीन मौसम में होने वाली तमाम समस्याओं से बच्चों और बुजुर्गों को बचाया जा सकता है। संस्थान में उपस्थित रोगियों एवं उनके परिजनों को सम्बोधित करते हुए निदेशक ए के द्विवेदी ने बताया कि रंगों पर आधारित यह उपचार पिछले कई वर्षों से उपयोग किए जा रहे हैं और ऐसे सैकड़ों लोगों पर नियमित रूप से यह प्रयोग किया गया है जिनमें ठंड से बचाव की क्षमता नहीं थी। आज वह स्वयं के साथ घरवालों को भी यह रंग लगातार लगा रहे हैं। इस अवसर पर रामकुमार शर्मा,एम एम कूल, एम के मिढढा,आलोक कमलिया विशाल जायसवाल,अनिल शुक्ला,सहित 100 से अधिक लोग मौजूद रहे।