भाजपा युवा मोर्चा ने सरकार के खिलाफ निकला समोसा जुलूस
शिमला : हिमाचल के समोसे जांच प्रकरण को लेकर प्रदेश की पूरे देश में किरकिरी हो रही है। इसी बीच भाजपा युवा मोर्चा ने शेर-ए-पंजाब से लोअर बाजार में समोसा जुलूस का आयोजन किया, जिसमें युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हाथों और प्लेटों पर समोसे रखकर इस प्रकरण की कड़ी निंदा की। इस मार्च का आयोजन भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज की अध्यक्षता में किया गया। इस दौरान युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। प्रदर्शन में संजय सूद, कर्ण नंदा, सुनील धर, रमा ठाकुर, सुदीप महाजन, तरुण राणा, राजीव पंडित, हनीश चोपड़ा, कल्याण धीमान, राजू ठाकुर, रोहित सचदेवा, किम्मी, सन्नी लखनपाल, पिंकी गोयल, अभिमन्यु व अंकित उपस्थित रहे।
भ्रष्ट सरकार की बुद्धि भी भ्रष्ट, पूरे देश में बनाया प्रदेश का मजाक : तिलक राज
युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष तिलक राज ने कहा कि इस भ्रष्ट सरकार की बुद्धि भी भ्रष्ट हो चुकी है। जहां प्रदेश की जनता परेशान है, युवा नौकरियों के इंतजार में है, बेरोजगारी बढ़ रही है, युवाओं की सरकार के प्रति आस कम हो रही है, वहीं इस कांग्रेस सरकार को मुख्यमंत्री के समोसे गायब होने की चिंता सता रही है। ऐसी क्या नौबत आ गई कि मुख्यमंत्री के समोसे गायब होने पर सरकार को सीआईडी जांच बैठानी पढ़ गई? क्या समोसे के साथ-साथ सरकार की कोई कीमती चीज तो नहीं गायब हो गई? उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश का पूरे देश में मजाक बन कर रह गया है और यह केवल कांग्रेस की सुख की सरकार के कारण हो रहा है। प्रदेश में कभी टॉयलेट टैक्स लगा दिया जाता है और कभी समोसे की जांच बिठा दी जाती है, हिमाचल में आखिर चल क्या रहा है?
स्कूली बच्चे ले रहे ड्रग्स, सरकार को नहीं चिंता
तिलक राज ने कहा कि हिमाचल में व्यवस्था परिवर्तन का दौर चल रहा है और शायद सरकार की ओर से यह ही व्यवस्था परिवर्तन है। प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत खराब हो चुकी है पर सरकार को मुख्यमंत्री के समोसे की पड़ी है, प्रदेश में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी राज्यों से आ रहा नशा हिमाचल की नई पौध को बर्बाद कर रहा है। कई स्कूली बच्चे भी ड्रग्स ले रहे हैं। प्रदेश के 204 स्कूलों के साढ़े 7 हजार छात्रों पर हुए सर्वे में 9.02 फीसदी किशोरों के इंजैक्शन से नशा लेने की बात सामने आई है। नशा मुक्ति केंद्रों में भर्ती 15 से 30 वर्ष के 1170 युवाओं में से करीब 35 प्रतिशत चिट्टे की लत के शिकार हैं परंतु सरकार को इस बात की चिंता नहीं है।