धूमधाम से बीएलएसडी इण्टर कॉलेज मंझिगवाॅं का मनाया गया वार्षिकोत्सव
अपनी जन्मभूमि को बनाऊॅंगा शैक्षिक हब : डॉ सुधाकर वर्मा
विधायक निर्मल वर्मा ने कॉलेज को बताया शैक्षिक सेतु
ब्यूरो रिपोर्ट -अनूप पाण्डेय
बिसवाॅं/सीतापुर बिसवां क्षेत्र के ग्रामीण इलाके में बृजमोहन लाल शकुंतला देवी इण्टर कॉलेज मंझिगवाॅं एक अद्भुत शैक्षिक सेतु है। जो क्षेत्र को विकास की मुख्य धारा में लाने और बच्चों का भाग्य जगाने के लिए तन मन धन से तत्पर है। यहाॅं के विद्यार्थी इस क्षेत्र का नाम प्रदेश और देश में रोशन करेंगे।
यह बात क्षेत्र के बृजमोहन लाल शकुंतला देवी इण्टर कॉलेज मंझिगवाॅं में विधायक निर्मल वर्मा ने वार्षिकोत्सव और प्रतिभा अलंकरण समारोह को सम्बोधित करते हुए कही। लखनऊ विश्वविद्यालय के डीन सहायक डॉ. सुधाकर वर्मा ने कहा कि मेरे पूज्य माता पिता का सपना है कि इस इलाके का कोई भी शिक्षा से वंचित न रहे इसलिए मैं अपने माता-पिता के सपनों को साकार करने के लिए सम्पूर्ण योगदान दे रहा हूॅं और इस इलाके को शैक्षिक हब बनाने के अर्पित समर्पित हूॅं। नन्द किशोर कैलाश चंद्र महाविद्यालय बिसवां के निदेशक संतोष कुमार वर्मा ने बतौर विशिष्ट अतिथि छात्रों को जीवन में सूझबूझ से आगे बढ़ने का मूलमंत्र दिया। समारोह की अध्यक्षता डॉक्टर अजय कुमार वर्मा ने की। ब्रजमोहन लाल शकुंतला देवी इण्टर कॉलेज मंझिगवाॅं के अध्यक्ष, साहित्य रत्न और आयुर्वेदाचार्य डॉ विंद्रा प्रसाद धुरिया ने शुभाशीष देकर जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दिया। उपस्थित जन समूह ने विद्यार्थियों का खूब हौसला आफजाई किया। मंच संचालन देवेन्द्र मिश्र ने किया।
एल पी एल डी मेमोरियल एकेडमी रघुनाथपुर ऐनी के प्रबन्धक सुरेन्द्र मौर्य, दरोगा रामकुमार कश्यप, राहुल वर्मा सहित तमाम गणमान्य लोग मौजूद रहे।
डॉ देवेंद्र कश्यप ‘निडर’ का हुआ नागरिक अभिनंदन
बिसवां। असिस्टेंट डीन लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ और क्षेत्रीय विधायक निर्मल वर्मा के नेतृत्व में बी एल एस डी इण्टर कॉलेज मंझिगवाॅं में डॉ. देवेन्द्र कश्यप ‘निडर’ का साहित्य जगत में अप्रतिम योगदान के लिए नागरिक अभिनंदन किया गया। नागरिक अभिनंदन पत्र का वाचन प्रवक्ता चन्द्रशेखर प्रजापति के द्वारा किया गया। जिसमें डॉ देवेंद्र कश्यप निडर के सृजन संसार और व्यक्तित्व को परिभाषित किया गया है। विश्व विख्यात माउण्टेन मैन ऑफ इंडिया दशरथ माॅंझी के प्रबंध काव्य श्रमवीर और बाल चेतना की उम्दा किताब काश! चिरैया हम भी होते’ को रेखांकित किया। अवधी भाषा में साहित्य सृजन के लिए राज्य हिंदी संस्थान बनारस द्वारा सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान पर अलंकृत होने की बात बताई। उपस्थित जन समूह ने डॉ देवेंद्र कश्यप निडर को विशेष रूप से बधाई दी। फिर डॉ देवेंद्र कश्यप निडर ने अपने सम्बोधन से सभी के प्रति आभार व्यक्त किया और अपनी प्रेरक कविताओं से शैक्षिक और सामाजिक अभियानों पर केन्द्रित काव्यपाठ किया।