श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से दूर होते हैं मन के विकार और स्वस्थ होता है समाज: पण्डित अरुण शास्त्री

सीतापुर राकेश पाण्डेय। श्रीमद्भागवत कथा भगवान के अवतारों की कथा है इसे बार-बार सुनना चाहिए इससे हृदय के विकार दूर होते हैं घर में श्रीमद्भागवत की पूजा होनी चाहिए।
यह बात पन्द्रहवें श्री विष्णु महायज्ञ एवं विराट संत सम्मेलन जिले के विकास खण्ड कसमण्डा क्षेत्र के बाबा लाल दास आश्रम नयागांव पर भक्त जनों को कथा का रसपान कराते हुये पण्डित अरुण शास्त्री ने कही ।
उन्होंने कहा जिस घर में सुम्मति के साथ पूरा परिवार मिलकर रहता है उस घर में लक्ष्मी का वास होता है सुम्मति संत की संगत व भक्ति भावना एवं निष्ठा पूर्वक काम करने से आती है।
जिस प्रकार एक बार भोजन करने से व एक बार सांस लेने से काम नहीं चल सकता उसी प्रकार एक बार कथा सुनने से काम कैसे चल सकता है।
उन्होंने कहा कथा एक संस्कार है यह ईश्वर की कृपा है जिससे बार-बार सुनने से ईश्वर की कृपा बरसने लगती है शांति की प्राप्त होती है शालीनता सादगी विनम्रता आती है।
पण्डित बृजेश शुक्ला, पण्डित आशुतोष शास्त्री ने भी प्रभु की पावन कथा भक्त जनों को सुनाई ।
यज्ञशाला में विधिवत वैदिक मन्त्रोंच्चारण के साथ आचार्य संदीप दीक्षित के द्वारा पूर्णाहुति कराई गई एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
सिद्धेश्वर बाबा धर्मार्थ सेवा समिति के द्वारा पवन सिंह चौहान सभापति वित्तीय एवं प्रशासकीय विलम्ब समिति एवं सदस्य विधान परिषद सीतापुर के सहयोग से समिति परिवार के द्वारा पण्डित अरुण शास्त्री, पण्डित बृजेश शुक्ला, पण्डित आशुतोष शास्त्री, यज्ञशाला के आचार्य संदीप दीक्षित व उनके सहयोगी पण्डित हरि प्रिया शुक्ला पण्डित पूर्णिमा मिश्र, चौरासी कोसीय परिक्रमा के अध्यक्ष महंत नारायण दास महाराज,विधायक मनीष रावत,सरोजनी देवी प्रबंधक अवधेश सह जिला संघ चालक आर एस एस,शिव कुमार खण्ड संघ चालक, थाना प्रभारी प्रदीप सिंह, ओमप्रकाश सह खण्ड संचालक,वेद खण्ड कार्य वाह,रमनू सिंह पूर्व ब्लाक प्रमुख,अनिल पाल,महेंद्र प्रताप सिंह जयप्रकाश सिंह,दीपक शुक्ला जिला पंचायत सदस्य,गिरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ गोलू अध्यक्ष साधन सहकारी समिति, दुर्गेश कुमार सिंह,सत्य प्रकाश सिंह,अमर शर्मा, सत्येंद्र सिंह ,रामनाथ सिंह, मुन्ना सिंह,कमलेश रस्तोगी, अजीत सिंह,दिनेशचंद्र मिश्र संजय यादव,नरेंद्र यादव को तिलक लगाकर माल्यार्पण करके स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर यज्ञ संचालन समिति के पदाधिकारी,कार्यकर्ता एवं भक्तजन उपस्थित रहे।