प्रधानमंत्री माेदी काे पत्र भेजकर जे०एन० मिश्र ने काशी से हल्दिया प्रस्तावित मार्ग काे प्रयागराज तक विस्तारित करने का किया अनुरोध
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प्रयागराज ०५ फरवरी
बीके यादव/ बालजी दैनिक
नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के संस्थापक कुलाधिपति जे०एन० मिश्र ने प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी काे पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि नरेंद्र माेदी के संसदीय क्षेत्र काशी से हल्दिया के मध्य देवनदी गंगा के माध्यम से प्रस्तावित जल परिवहन सेवा काे प्रयागराज तक विस्तारित कर दिया जाए, तो यह कुम्भ नगरी के लिए प्रधानमंत्री माेदी की विशेष अनुकम्पा होगी। ऐसा करने से न केवल प्रयागराज में पर्यटन की संभावना को बढ़ावा मिलेगा, अपितु केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी ‘आत्मनिर्भर भारत’ तथा ‘स्वरोजगार योजना’ को भी एक नया आयाम प्राप्त होगा। सूच्य है कि काशी से हल्दिया के मध्य देवनदी गंगा के माध्यम से प्रस्तावित जल परिवहन सेवा एक नवीन और अनुपम पहल है, जो माल ढुलाई तथा पर्यटन की दृष्टि से अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
जे०एन० मिश्र ने पीएमओ काे प्रेषित अपने पत्र में उल्लेख किया है कि माेदी जी के प्रयास, पहल और प्रेरणा से प्रयागराज का कुम्भ मेला जिस तरह भव्यता और दिव्यता को प्राप्त हुआ, उसकी स्थानीय से लेकर देश-देशान्तर तक अत्यन्त प्रशंसा व सराहना की जा रही है। करोड़ों लोगों की आस्था के केन्द्र को उन्होंने एक सर्वथा नवीन गरिमा और उच्चता प्रदान की।
प्रयागराज के प्रति उनके और विशेष सत्प्रयासों के दृष्टिगत यह भी बताया है कि प्रयागराज के सुदूर ग्राम्यांचल में अवस्थित ‘नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय’ अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों के साथ ही ‘गंगा सेवक’ और ‘गंगा रक्षक’ पाठ्यक्रम भी संचालित कर रहा है, जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों, स्थानीय नागरिकों तथा गंगा नदी पर आश्रित आजीविका वाले लोगों (पण्डितों, पुरोहितों, नाविकों, माला-फूल तथा अन्य रोजगार वालों) को प्रेरित, प्रोत्साहित, प्रशिक्षित और जागरूक करना है, ताकि देवनदी गंगा की निर्मलता और प्रवाहमयता को सुनिश्चित, सुरक्षित और संरक्षित किया जा सके।