महाकुम्भ-2025 के अवसर पर अहिल्याबाई के मंच पर “चन्द्रशेखर आजाद का भव्य दिव्य मंचन
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शुक्रवार दिनांक 14 फरवरी 2025 को 144 वर्ष उपरान्त महाकुम्भ-2025 के अवसर पर प्रयागराज की प्रसिद्ध नाट्य संस्था “सॉफ्ट पॉवर आर्ट एण्ड कल्चर” के द्वारा नाट्य प्रस्तुत हुई। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज एवं संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में अमर क्रान्तिकारी चन्द्रशेखर आजाद जी के जीवनगाथा पर आधारित नाट्य प्रस्तुति “चन्द्रशेखर आजाद का भव्य दिव्य मंचन हुआ जिसका नाट्य लेख, परिकल्पना एवं निर्देशन शहर के युवा रंगकर्मी “ज्ञान चन्द्रवंशी” का था, जो कि मुख्य अतिथि “एनसीजेसीसी” के निर्देशन आशीष गिरि के द्वारा दिये प्रज्ज्वलन के बाद दोपहर 2 बजे नाट्य प्रस्तुति प्रारम्भ हुई जिसका विषय इस प्रकार से है-
अमर बलिदानी वीर महापुरूष श्री चन्द्रशेखर आजाद जी के कर्म स्थल प्रयागराज की परम पावन भूमि पर अनेक पतस्विनी व विद्वानों तथा बलिदानों के बारे में उसे एक सूत्र में पिरोकर उस पर मंचन करना चुनौतीपूर्ण कार्य रहा है। अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने जीवन के अमूल्य बरसों को भारत माता की रक्षा हेतु प्राणों का बलिदान किया है। शहीद लाल पद्माधर, मौलवी लियाकत अली, पंडित केशव, रामचन्द्र, द्वारिका प्रसाद, अब्दुल मजीद, महावीर प्रसाद आदि से लेकर पंडित जवाहर लाल नेहरू तक ने इस स्वतंत्रता संग्राम महायज्ञ से प्रयागराज की ओर से यथासंभव योगदान दिया। न जाने कितने सेनानियों के नाम तक इस महायज्ञ की महाज्वाला में हो चुके है।
इसी स्वतंत्रता संग्राम के महातीर्थ प्रयागराज में मानव क्रांति के महाकुम्भ का आयोजन हुआ था। इस महाकुम्भ के नायक थे भारत मां के अत्यन्त पुजारी चन्द्रशेखर आजाद।
प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर वह युवा तपस्वी प्रतिदिन स्नान करता था और रोज अपने संगठन की नई नई योजनाएं बनाए करता था। वह अपने संगठन के लिए तन मन धन से भारत भूमि की रक्षा के लिए ब्रिटिश साम्राज्य को उखाड़ फेंकने को सदैव तत्पर रहता था। इसीलिए अपने संकल्प को पूरा करने के लिए अपनी पिस्तौल की आखिरी गोली खुद को मार ली और मातृभूमि के लिए प्राणों की आहुति दे दी। आजाद ने ताउम्र अंग्रेजों के हाथों गिरफ्तार नहीं होने का अपना वादा पूरा किया। वे 27 फरवरी 1931 के दिन अंग्रेजों के साथ लड़ते हुए अपना नाम हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज कर लिया।अहिल्याबाई मंच पर भव्य दिव्य मंचन हुआ। दर्शकों की तालियों के गड़गड़ाहट से पता चल रहा था कि प्रस्तुति का मंचन सफलतापूर्वक हुआ। कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ रंगकर्मी आकाश अग्रवाल के द्वारा सभी सम्मानित कलाकारों का पात्र परिचय हुआ जो इस प्रकार हैं- चन्द्रशेखर-राहुल गौड़, सुखदेव-हर्ष पाण्डेय, राजगुरु-सुमित पाण्डेय, लाला लाजपत राय-भूपेन्द्र सिंह, सैनिक -रूद्र प्रताप सिंह, सूत्रधार अजय,प्रियांशी,भारत माता-रिया, किशोर चन्द्रशेखर- प्रियांशु यादव, वीरभद्र तिवारी-शिवा साहू, इन्स्पेक्टर बाबर- अतुल, डीआईजी सूत्रधार अंशिका, सेठ-अमित, पार्श्व में मंच निर्माण निखिल, प्रस्तुति नियंत्रक के०के० श्रीवास्तव, रूपसज्जा संजय चौधरी आदि कलाकारों का पात्र परिचय हुआ। इसके बाद सभी कलाकारों में महाकुम्भ 2025 के अवसर पर सेक्टर-21 अहिल्याबाई मंच पर प्रस्तुति करके गर्व महसूस किया।