उत्तराखंडियों को मुख्य चुनाव आयुक्त ने लिखी इमोशनल चिट्ठी

अनीता तिवारी , बालजी दैनिक
देहरादून , 22 अक्टूबर , उत्तराखंड में कुछ दिन पहले केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंगहुई थी। केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग पिथौरागढ़ के रालम गांव में हुई. इमरजेंसी लैंडिंग के बाद केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त ने रालम गांव में पूरी रात अंधेरे में बिताई. करीब 16 घंटे के बाद मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को रेस्क्यू कर मुनस्यारी लाया गया. जिसके बाद वे वहां से दिल्ली रवाना हुये. अब केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इमरजेंसी लैंडिंग, रालम गांव और मददगारों को एक चिट्ठी लिखी है.
केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने उत्तराखंड में तैनात मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर बी वी आर सी पुरुषोत्तम को पत्र भेजा है. इस पत्र में उन्होंने अपनी भावनाओं के साथ ही ग्रामीणों, सरकारी कर्मचारियों को धन्यवाद ज्ञापित किया है. केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने रालम वासियों की सेवा समर्पण की तारीफ की है. उन्होंने लिखा ‘सभी युवा देवदूतों ने मानवता के उच्च आदर्शों का पर्याय बनते हुए हम सब की जीवन रक्षा के लिए इस दिन को अविस्मरणीय यादों में अलंकृत किया. आपदा प्रबंधन में स्थानीय निवासियों की भागीदारी की इस मिसाल को as a first responder की पॉलिसी को प्रशासन सशक्त रूप से अपनायेगा. स्थानीय निवासियों को प्रेरित एवं सम्मानित करेगा, ऐसा मेरा विश्वास है.
केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सभी का हृदय की गहराइयों से आभार व्यक्त किया है. उन्होंने सभी के स्वस्थ जीवन एवं दीर्घायु की कामना की. केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने आईटीबीपी के महानिदेशक को भी पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में तैनात रेस्क्यू टीम की जमकर सराहना की है.
कई घंटों पैदल सफर कर पहुंची टीम: जिस गांव में केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार रुके थे वहां रालम का शीतकालीन प्रवास पातौं गांव से कर्मचारी पहुंचे. ईश्वर सिंह नबियाल, सुरेन्द्र कुमार और भूपेन्द्र सिंह ढकरियाल बारिश खराब सड़क और बेहद कठिनाइयों के बावजूद 38 किमी. से अधिक पैदल दूरी पार कर रात 1 बजे गांव पहुंचे. वे अपने साथ जीवन रक्षक सामग्री, खाद्य सामग्री लेकर पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ एक कुत्ता भी था.
जिसे याद करते हुए केंद्रीय मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने लिखा ‘कहावत है कि ‘डूबते को तिनके का सहारा, हम सबके साथ यह कहावत उस समय चरितार्थ हुई जब यह तीन सदस्यीय दल देवदूत बनकर रालम पहुंचा. इस दल के साथ उनका पालतू श्वान भी था, ये श्वान दल में चौथे सुरक्षा कवच की भूमिका निभा रहा था’