“गंगा-यमुना के मैदानी क्षेत्र की रेत में होगी नारियल की खेती”
प्रयागराज २५ दिसंबर
बीके यादव/ बालजी दैनिक
प्रयागराज में नारियल की वैज्ञानिक खेती को बढ़ावा देने के लिए नारियल विकास बोर्ड, कोच्चि, केरल कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय,भारत सरकार एवं कृषि संकाय, प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भय्या) विश्वविद्यालय,नैनी प्रयागराज उ.प्र. के संयुक्त तत्वावधान में प्रयागराज के प्रगतिशील किसानों को बड़े पैमाने पर नारियल की वैज्ञानिक खेती उत्पादन और प्रसंस्करण को बढ़ावा देने के लिए एक दिवसीय “जिला स्तरीय कृषक प्रशिक्षण-सह-जागरूकता (राष्ट्रीय किसान गोष्ठी) कार्यक्रम” को आयोजित करने के लिए कृषि मंत्रालय,भारत सरकार से मंजूरी प्रदान की गई है ! इससे किसानों का आर्थिक विकास होगा एवं उन्हें नारियल विकास बोर्ड, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा किसानों के हितार्थ संचालित योजनाओं से भी अवगत कराया जाएगा, जिससे प्रयागराज के प्रगतिशील किसान कृषि के क्षेत्र में और अधिक विकसित होंगे, तथा कृषि शिक्षा में अध्ययनरत विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को नारियल के पौष्टिक एवं अन्य आर्थिक महत्व से जुड़ी लाभदायक जानकारी प्राप्त होगी, जिससे नारियल पर कृषि के क्षेत्र में नवाचार, शोध कार्य करने के लिए अनेक परियोजनाओ के माध्यम से अधिक लाभ मिलेगा ! यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार सिंह कुलसचिव संजय कुमार एवं कृषि संकाय के समन्वयक प्रो.राजकुमार गुप्त के कुशल नेतृत्व,मार्गदर्शन और कृषि विभाग के सभी शिक्षकों, विद्यार्थियों के सहयोग से प्रयागराज महाकुंभ-2025 के दौरान प्रस्तावित जनवरी के अंतिम सप्ताह में कराया जाना सुनिश्चित है ! इस कार्यक्रम के बारे में विस्तृत जानकारी कृषि संकाय के शिक्षक एवं कार्यक्रम के संयोजक डॉ. अनुज कुमार मिश्र ने दी !! उन्होंने ये भी बताया कि विश्वविद्यालय प्रयागराज के किसानों एवं विश्वविद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति हमेशा प्रयासरत हैं, विश्वविद्यालय द्वारा मा. कुलपति डॉ. अखिलेश कुमार सिंह जी के संरक्षण में यमुनानगर क्षेत्र के 7 से अधिक गांवों को गोद भी लिया गया है, कृषि संकाय द्वारा पूर्व विगत 24, फ़रवरी 2023 को भी प्रयागराज के किसानों एवं छात्रों के लिए एक राष्ट्रीय कार्यक्रम “पौधा,किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण अधिनियम-2001,” द्वारा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित हुआ था, जिसके मुख्य अतिथि डॉ. त्रिलोचन महापात्र जी, अध्यक्ष, पौधा किस्म विभाग एवं (पूर्व महानिदेशक, आईसीएआर,नई दिल्ली) कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय भारत सरकार रहे हैं !!