उत्तर प्रदेशगोण्डा

आयुक्त और डीआईजी ने जिला अस्पताल का किया औचक निरीक्षण,गैरहाजिर मिले सीएमओ व सीएमएस

स्वास्थ्य कर्मियों में मचा हड़कंप, अस्पताल में हर तरफ गंदगी का मिला अंबार

आयुक्त ने नाराजगी जताते हुए जिम्मेदारों को अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त करने का दिया निर्देश

अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक

गोण्डा। सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा बुधवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कमिश्नर व डीएम को शहर में साफ सफाई व्यवस्था को दुरुस्त रखने के दिए गए निर्देश के क्रम में देवीपाटन मंडल के आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील व नवागत पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित पाठक ने गुरुवार की भोर में जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। सुबह पांच बजे कमिश्नर व डीआईजी अस्पताल पहुंचे तो अफरा-तफरी मच गई। निरीक्षण में अस्पताल के हर तरफ गंदगी का अंबार मिला। मुख्य चिकित्सा अधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक दोनों गैरहाजिर मिले। इस पर नाराजगी जताते हुए आयुक्त ने जिम्मेदारों को अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया है।

गुरुवार की सुबह करीब पांच बजे आयुक्त शशि भूषण लाल सुशील व डीआईजी अमित पाठक शहर के भ्रमण पर निकले। शहर की मलिन बस्तियों, ईदगाहों मदरसा, मंदिरों तथा सार्वजनिक स्थलों का निरीक्षण कर सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण में पाया गया कि शहर के मोहल्लों की प्रतिदिन सफाई नहीं हो रही है‌। नगर क्षेत्र में जगह-जगह गंदगी एवं कूड़े का ढेर दिखाई दिया। सड़क की पटरियों पर गंदगी बिखरी मिली। कई जगहों पर ढाबों व छोटे होटलों पर धुंआ निकलता देख आयुक्त ने नाराजगी जताई और इस प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए उपायुक्त खाद सुरक्षा तथा निरीक्षक खाद्य एवं सुरक्षा को ऐसे होटल एवं प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके बाद दोनों अफसर सीधे जिला अस्पताल पहुंच गए। सुबह पांच बजे कमिश्नर व डीआईजी को अस्पताल में देख स्टाफ में हड़कंप मच गया। आयुक्त सबसे पहले अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में उन्होंने डॉक्टर तथा स्टाफ की उपस्थिति तथा दवाओं की उपलब्धता की जांच की। जांच के दौरान अस्पताल का अधिकांश स्टाफ ड्यूटी से गायब मिला। दवा वितरण काउंटर भी बंद मिला। सीएमओ व सीएमएस भी ड्यूटी से अनुपस्थित‌ मिले। अस्पताल की सफाई व्यवस्था बेहद खराब पाई गई बाथरूम तथा टॉयलेट गंदे मिले। अस्पताल के वार्डों की हालत बेहद खराब पायी गई। मरीज ने आयुक्त को बताया कि कई कई दिनों से उनके बेड के चादर नहीं बदले गए हैं। तीमारदारों के लिए बनाया गया अस्पताल का रैनबसेरा भी बंद पाया गया। हर तरफ गंदगी और कूड़े का ढेर देख आयुक्त ने कड़ी नाराजगी जाहिर की और जिम्मेदार अधिकारियों को व्यवस्था में बदलाव लाने का निर्देश दिया है।

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