पूर्व प्रधान के निधन पर किसान संघर्ष मंच की ओर से आयोजित की गई शोक सभा।
सीतापुर राकेश पाण्डेय। जिले के विकास खण्ड हरगांव क्षेत्र अन्तर्गत एक ग्राम पंचायत के लगातार चार बार प्रधान रहे एवं प्रधान संघ के अध्यक्ष रहे पूर्व प्रधान के आकस्मिक निधन पर किसान संघर्ष मंच की ओर से उनके निवास पर पहुंचकर शोक सभा का आयोजन किया गया इस शोकसभा में क्षेत्र के सैकड़ों प्रधान पूर्व प्रधान एवं अन्य राजनीतिक लोग मौजूद रहे। क्योंकि पूर्व प्रधान का राजनीतिक क्षेत्र में काफी दबदबा था।
जानकारी के अनुसार जिले के विकास खण्ड हरगांव की ग्राम पंचायत विशुनूपुर से लगातार चार बार प्रधान निर्वाचित हुए एवं प्रधान संघ के अध्यक्ष रहे पूर्व प्रधान नत्था सिंह का बीते दिनों निधन हो गया। उनके निधन का समाचार सुनकर उनके चाहने वालों सहित क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
पूर्व प्रधान के निधन का समाचार सुनने के बाद किसान संघर्ष मंच के अध्यक्ष राजेश सिंह तोमर ने उनके निवास स्थान विशुन पुर पहुंचकर शोक सभा का आयोजन किया इस शोक सभा में क्षेत्र के अनेकों लोग उपस्थित रहे। शोकसभा में उपस्थित लोगों ने अपने प्रिय पूर्व प्रधान के कृतित्व एवं व्यक्तित्व व सामाजिक सेवा के बारे में विस्तार से चर्चा की।
इस शोक सभा में शामिल भारतीय जनता पार्टी के नेता अमरजीत सिंह बाटू ने पूर्व प्रधान को राजनीति का पुरोधा बताते हुए कहा कि उनके निधन से वास्तव में राजनीतिक क्षति हुई है।क्षेत्र की चर्चित ग्राम पंचायत मुद्रासन के पूर्व प्रधान हरिबंश बाजपेई (चचुआ) ने अपना अभिन्न साथी बताते हुए कहा कि यह अपूर्ण क्षति है,जो कभी पूरी नहीं की जा सकती।हम सब मिलकर क्षेत्र के गांव के विकास में अहम भूमिका निभाते थे।पुत्तू लाल ने कहा कि हम क्या कहें मेरा तो दया हाथ ही मेरे शरीर से अलग हो गया और उनके सामाजिक कृतित्व पर प्रकाश डाला।
किसान संघर्ष मंच के अध्यक्ष एवं शोकसभा की अध्यक्षता/संचालन कर रहे राजेश सिंह तोमर ने कहा कि जब जब किसान संघर्ष मंच ने किसानों की आवाज उठाने के लिए संघर्ष किया तब तब पूर्व प्रधान स्व० नत्था सिंह ने आर्थिक सहयोग तो किया ही संघर्ष में भी साथी बने और किसानों के लिए कदम से कदम मिलाया। उनमें एक खासियत यह भी थी कि वह अपनी वाक्पटुता से अपने दुश्मन को भी अपना बना लेते थे उनका हर दल में अच्छा खासा सम्मान होता था और वह सभी के प्रिय थे।
राधेश्याम वर्मा ने कहा मेरा कोई भी निजी काम पड़ता तो वह जरूर उसे पूरा करवाते थे।अमरनाथ ने कहा कि वह मुझे बहुत करीब से मानते थे आज जो कुछ भी हूं मैं प्रधान के सहयोग से हूं,डॉ० कमरूज्जमा ने कहा कि पूर्व प्रधान हर वर्ग के सहयोगी थे दरवाजे पर कोई भी समस्या लेकर आता तो उसका समाधान वह अवश्य करते हम सब की सच्ची श्रृद्धांजलि तभी होगी जब पारिवारिक जन उनके अधूरे कार्य को पूरा करेंगे।
रविंद्र सिंह ने कहा पूर्व प्रधान नत्था सिंह व उनके टीम की एक विशेषता यह थी कि वह कभी किसी को धोखा नहीं देते थे।पूर्व प्रधान आज अपने पीछे चार पुत्र,चार पुत्र वधू ,दो पुत्री छः पौत्र,छह पौत्री,दो प्रपौत्र, एक प्रपौत्री सहित सत्ताइस सदस्यों वाला फला फूला परिवार छोड़ कर सतहत्तर वर्ष की आयु में उन्निस दिसंबर को दुनिया को अलविदा कह गए।
इस शोक सभा में उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर ईश्वर से आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने के लिए प्रार्थना करते हुए शोका कुल परिवार को असहनीय दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
इस शोक सभा में जगत पाण्डे,शिवपाल वर्मा शमशेर सिंह प्रहलाद सिंह,रमाकांत मिश्रा,शेर सिंह सहित सैकड़ो लोगों ने उपस्थित रहकर शोकाकुल परिवार को ढांढस दिलाया।