प्रधान, सचिव व टीए की मिली भगति के चलते मनरेगा कार्यों में हो रहा भ्रष्टाचार

ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय
जनपद सीतापुर के विकास कार्यों में मनरेगा कार्य में प्रधानों ने जमकर लूट मचा रखी है जनपद में मनरेगा कार्य ने पूरी तरह भ्रष्टाचार की चादर ओढ़ ली है। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जीरो टारलेंस की नीति अपनाने की बात की थी। लेकिन विकासखंड में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों की मंशा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा से कहीं अलग दिख रही है। आपको बताते चलें कि जनपद सीतापुर के विकासखंड परसेंडी के अंतर्गत ढोलई खुर्द ग्राम पंचायत व नौउवा महमूदपुर में प्रधान व सचिव के द्वारा भ्रष्टाचार की चरम सीमा पार की जा रही है हद तो तब हो गई जब प्रधान के द्वारा बिना कार्य कराए ही कई दिनों से लगातार 75 मजदूरों की उपस्थित दर्ज कराई जा रही है जबकि ग्रामीणों के मुताबिक जिन कार्यों पर प्रधानमंत्री रोजगार गारंटी योजना के तहत उपस्थिति दर्ज करवाई जा रही है वह कार्य काफी पहले ही पूर्ण हो चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यह कार्य काफी पहले ही करवा लिए गए थे वही ढोलई खुर्द ग्राम पंचायत मे मौके मौजूद ग्रामीण ने बताया की 4 से 5 मजदूरों ने कार्य किया हो अब सवाल ये है की केवल 10 प्रतिशत मनरेगा मजदूर लगा कर जम कर भ्र्ष्टाचार किया जा रहा है
लेकिन ग्राम पंचायत में प्रधान सचिव व ऊंचे पदों पर आसीन साहबों की जेब कहीं खाली न रह जाए इस सोच पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।