भाकपा माले द्वारा बलिया राज सम्मेलन से लौटते हुए धार्मिक भीड़ से कुंभ व दिल्ली में हादसे में मरने वालों को दी गई श्रद्धांजलि
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उरई(जालौन)। आज बलिया राज सम्मेलन से लौटते हुए कानपुर रेलवे जंक्शन स्टेशन पर उतारकर भाकपा माले की राज सम्मेलन से लौटते हुए बेतहाशा स्टेशन भीड़ जांच करती हुई टीम जिसमें प्रमुख रूप से राज कमेटी पार्टी नेता कामरेड राजीव कुशवाहा कामरेड राम सिंह चौधरी कामरेड मुन्ना यादव कामरेड हरिशंकर कामरेड रमेश वर्मा कामरेड मुकेश मौर्य कामरेड मुन्ना भदौरिया कामरेड केपी सिंह झांसी ने देखा जनता रेल में बैठने के लिए बेताब होते हुए जनता को प्रशासन के कुछ सिपाही अपनी जान पर खेल कर लोगों के बीच अनाउंसमेंट इत्यादि कर जनता को समझने का प्रयास करते हुए लेकिन राज्य सरकार योगी आदित्यनाथ के धार्मिक उन्माद के चलते यह अराजकता पूरे देश में फैल चुकी है जिसमें सबसे पहले रेलवे स्टेशन पर जनता के बीच जांच टीम ने कानपुर रेलवे स्टेशन पर ही दिल्ली भगदड़ में मरे हुए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए अपने संबोधन में कामरेड राम सिंह चौधरी ने कहा कि आज इस देश में धार्मिक उन्माद फैलाने उत्तर प्रदेश के अंदर शासन करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिस तरीके कुंभ में मौतो को छुपाने की कोशिश की है वह निंदनीय ही नहीं बल्कि घोर अपराधिक कृत्य है इस तरीके से यह संविधान की उल्लंगन ही नहीं बल्कि संवैधानिक मूल्य का घोर अपमान भी है जिस देश में पूरा देश धार्मिक कृत्य करने का संविधान में पूरा-पूरा संविधानिक दायरे में रहते हुए छूट देता हो उस छूट नाजायज ढंग से प्रयोग करने का कतई बढ़ावा नहीं देता संवैधानिक जो परमिशन है अब तो उसकी जांच का प्रश्न बन गया है जिसमें सीधे उत्तर प्रदेश की सरकार इस जांच के दायरे में है यह सब कैसे हो गया और जो भी कुंभ में मृत्यु हुई है उसका आंकड़ा भी अभी तक प्रशासनिक और सरकार की तरफ से नहीं आया है ऊपर से दिल्ली के स्टेशन पर हुई भगदड़ में लोगों की मौत पर जो सामने आया है उस पर केंद्र सरकार भी संवैधानिक दायरे में आ गई है अब तो देश प्रदेश की सरकार को कटघरे खड़े करने का वक्त आ गया है इस पर सीधे सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना होगा जिन परिवारों के लोगों की मौतें हुई है उसकी जांच करने के लिए भाकपा माले सहित इंडिया गठबंधन के घटक दलों को एक होकर ऐसी अराजकता के लिए जिम्मेदार योगी मोदी सरकार के साथ सरकार की गुलामी करने वाला शासन प्रशासन किसी एक विशेष हिंदू राष्ट्र की कल्पना के लिए इतने लोगों की जान ले लेना बहुत ही खतरनाक है और उस पर कुंभ में हो रही मोतौं को मॉडल बता देना योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा करना कि यह बहुत बड़ा इस दौर का विकास का मॉडल है इस तरीके की बात से पता लगता है की शिक्षा का ज्ञान ना होना किस तरीके से पूरे देश को गर्त में ले जा सकता है और सांप्रदायिक माहौल बनाकर और लोगों की आस्था को सांप्रदायिक उन्माद में बदल सकता है यह प्रयोग सांप्रदायिकता का है इसकी जांच जरूरी है और जो भी इन मोतौं के जिम्मेदार हैं उन पर कार्रवाई अगर नहीं करता है कोर्ट तो सुनिश्चित है इस देश में और बड़े हादसे होने की संभावना है इसलिए समय रहते हुए इस तरीके के अंधविश्वासी उन्माद फैलाने वाली सांप्रदायिक प्रयोग को रोकना होगा और इस देश को बचाने का प्रश्न अब सामने है क्योंकि इस देश के संविधान पर जो खतरा है वह खतरा इसी तरीके से बढ़ता जा रहा है आओ हम सब मिलकर देश के संविधान लोकतंत्र और देश बचाने के लिए ऐसी सांप्रदायिक माहौल बनाने वाले जनता की आस्था पर प्रयोग कर सांप्रदायिक माहौल में बदलने की कोशिश करने वालों को और उन्माद के जरिए एक विशेष वर्ग को भयभीत कर देश तोड़ने की शासन रचने वालों को अपराधिकृत करने वालों को दंड देकर खुलासा करें और देश में संविधान की गरिमा देश बचाने देश की रक्षा के लिए आगे आए स्टेशनों पर विशेष तौर से व्यवस्था बनाई जाना चाहिए और जो भी लोग आ रहे हैं उनकी सुरक्षा की गारंटी के लिए रेलों की व्यवस्था ठीक करना चाहिए और स्टेशनों पर ज्यादा भीड़ न पहुंच पाए इसके लिए अब सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट न्यायपालिका कार्यपालिका विधायिका और प्रेस एवं जनता के सेवकों को आगे आना चाहिए इंडिया गठबंधन के तमाम घटक दलों से आवाहन है की संकट की घड़ी में देश बचाने के लिए आगे आए और स्टेशनों पर अपना समय देकर ऐसी अराजकता को खत्म करने के लिए संघर्ष करें।