होली मिलन समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम

प्रयागराज ३० मार्च
बीके यादव/ बालजी दैनिक
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के प्रेक्षागृह में फाग गीतों व ठंडई के साथ उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा रविवार को होली मिलन समारोह धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया एवं एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर शुभकामनाएं दीं। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में लोकगीतों और नृत्यों ने होली मिलन समारोह को यादगार बना दिया। एनसीजेडसीसी की ओर से होली मिलन समारोह में फागुनी गीतों के साथ ही, अबीर-गुलाल और व्यंजनों का स्वाद भी लोगों ने चखा। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि गौरव कृष्ण बंसल (आईआरटीएस) तथा प्रभारी निदेशक आशिस गिरि , सहायक निदेशक सुरेंद्र कश्यप तथा कार्यक्रम प्रभारी मदन मोहन मणि ने दीप प्रज्जवलित करके किया। मुख्य अतिथि ने कहा कि हमारी पहचान राजनैतिक और भागौलिक न होकर सांस्कृतिक है। सांस्कृतिक पहचान देश की मजबूती है। उन्होंने कहा कि होली आपसी भाईचारे, मिलन और रंगों का त्योहार है, यह उत्सव भारत में जितने भी विविध रंग हैं उनका प्रतिनिधित्व करता है, होली मिलन समारोह एक-दूसरे से मिलने का एक माध्यम है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की कड़ी में पहली प्रस्तुति प्रसिद्ध नृत्यांगना डॉ. दिव्य श्रीवास्तव एवं उनके कलाकारों के समूह ने एक अद्वितीय लोकनृत्य की प्रस्तुति दी। वाराणसी से आई इस दल ने पहली प्रस्तुति “ढेड़िया” नृत्य से दर्शकों को उत्तर प्रदेश के पारंपरिक उत्सवों और समाजिक आस्था से जोड़ा । इसके बाद कृष्ण राधा के प्रेम और ब्रज की होली के रूप में एक रंगीन उत्सव का मंचन किया गया। इस नृत्य में कलाकारों ने गुलाल और फूलों के साथ होली खेलते हुए कृष्ण और राधा के प्रेम में बसी एक दिव्य धारा को प्रस्तुत किया। दूसरी प्रस्तुति मनोज कुमार एवं दल द्वारा “कान्हा बरसाने में आई जईयो, रसिया को बार बनाओ, आज बिरज में होली रे रसिया,” सिया निकली अवधवा की और होलिया खेले राम लला, रंग लेके दौड़े हनुमान जी तथा देवा श्री गणेशा नमो नमो की प्रस्तुति देकर श्रोताओं को होली मिलन के उत्सव और भक्ति की भावना में सराबोर कर दिया। इस अवसर पर केंद्र के समस्त अधिकारी, कर्मचारी सहित शहर के कई गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन शरद मिश्रा ने किया।