उत्तराखण्डराज्य

देहरादून वाले अब Haridwar की दौड़ नहीं लगाएंगे

निकट भविष्य में हरिद्वार(Haridwar) आने वाली ट्रेनें हर्रावाला तक आएंगी। इससे दून वासियों को रेल यातायात के अधिक विकल्प मिलेंगे और हरिद्वार की दौड़ भी नहीं लगानी पड़ेगी।इसके लिए शहर से सटे हर्रावाला रेलवे स्टेशन में 24 कोच की ट्रेन लाने को निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं। इन दिनों यहां अमृत स्टेशन योजना के तहत 16 करोड़ रुपये से नया भवन और प्लेटफार्म चौड़ीकरण किया जा रहा है। इसके बाद ट्रैक बढ़ाए जाएंगे और ट्रेन की धुलाई के लिए वाशिंग लाइन का निर्माण भी होगा।

Haridwar

रोजाना करते हैं 15,000 से अधिक यात्री आवागमन

देहरादून रेलवे स्टेशन से रोजाना 15,000 से अधिक यात्री आवागमन करते हैं। यहां से प्रतिदिन 15 ट्रेन दिल्ली, अमृतसर, हावड़ा, प्रयागराज, लखनऊ, कोटा समेत विभिन्न शहरों के लिए आवागमन करती हैं। ट्रेनों की संख्या कम होने से कई बार यात्रियों को सीट नहीं मिल पाती और उन्हें हरिद्वार(Haridwar) से ट्रेन पकड़नी पड़ती है। ऊंचाई पर और स्थान कम होने के कारण दून रेलवे स्टेशन में 24 कोच की ट्रेन आ नहीं सकती। इस कारण रेलवे ट्रेनों में कोच भी नहीं बढ़ा पा रहा। वर्तमान में देहरादून तक 16 कोच की ट्रेन आती है। ऐसे में उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल हर्रावाला रेलवे स्टेशन को टर्मिनल के रूप में विकसित कर रहा है।

इन रूट के लिए मिलेंगे नए विकल्प

हरिद्वार(Haridwar) रेलवे स्टेशन में रोजाना 30 ट्रेनों का आवागमन होता है। इसमें लंबे रूट की ऊना-हिमाचल एक्सप्रेस, पुरी जाने वाली कलिंगा एक्सप्रेस, जम्मू जाने वाली हेमकुंट एक्सप्रेस, उज्जैन के लिए लक्ष्मीबाई नगर एक्सप्रेस, पुणे जाने वाली हुबली एक्सप्रेस के अलावा तिरुवनंतपुरम एक्सप्रेस, बाड़मेर एक्सप्रेस व बांद्रा एक्सप्रेस शामिल हैं। हर्रावाला रेलवे स्टेशन विकसित होने के बाद इन ट्रेनों का फेरा हरिद्वार से बढ़ाकर हर्रावाला तक किया जाना है। इससे दूनवासी भी आसानी से इन ट्रेनों में सफर कर सकेंगे।

Haridwar

जून तक बन जाएगा हर्रावाला स्टेशन का नया भवन

अमृत रेलवे स्टेशन योजना के अंतर्गत सितंबर 2023 में हर्रावाला रेलवे स्टेशन में नया भवन बनाने और प्लेटफार्म चौड़ीकरण का कार्य शुरू हुआ था, लेकिन जमीन के नीचे बड़ी मात्रा में केबल होने से खोदाई में लंबा समय लग गया। अब नए भवन के लिए पिलर खड़े हो गए हैं और दीवारों की चिनाई की जा रही है। इस भवन में सर्कुलेटिंग एरिया, तकनीकी कार्यों के लिए कमरे, कार्यालय, टिकट घर, ग्रीन बेल्ट, प्रतीक्षालय आदि होंगे।

यार्ड रिमॉडलिंग, वाशिंग लाइन के लिए रेलवे बोर्ड से बजट स्वीकृति का इंतजार

हर्रावाला रेलवे स्टेशन में वर्तमान में सिर्फ एक प्लेटफार्म है। दो अन्य प्लेटफार्म बनाने, यार्ड रिमॉडलिंग (पटरी व्यवस्थित) करने और वाशिंग लाइन बनाने के लिए करीब 170 करोड़ रुपये का प्रस्ताव बनाकर रेलवे बोर्ड में प्रस्तुत किया गया है। उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल का दावा है कि वर्ष 2026 तक रेलवे बोर्ड से इसकी स्वीकृति मिल जाएगी और निर्माण शुरू होगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button