अयोध्याउत्तर प्रदेश

प्रशासनिक आदेशों के बावजूद अपने खेतों की जुताई व बुवाई के लिए न्याय के लिए भटक रही पीडिता

तहसीलदार के आदेशों का भी नही हो पा रहा है अक्षरशः पालन

बालजी दैनिक
जाना बाजार, अयोध्या l जमीनी विवाद में हैदरगंज पुलिस ने अपनी रिपोर्ट मजिस्ट्रेट को भेज दिया । प्रशासनिक आदेशों के बावजूद अपने खेतों की जुताई व बुवाई पीडिता नहीं कर पा रही है । जबकि किसी भी न्यायालय से कोई स्थगन आदेश भी नहीं है । विपक्षी इतना दबंग है कि उसके आगे हैदरगंज पुलिस प्रशासन भी नतमस्तक होती दिखाई दे रही है। मामला थाना हैदरगंज क्षेत्र के पारा हथिगों निवासी विजय सिंह का है । जिनके अविवाहित चाचा रामतेज सिंह इनके साथ रहते हुए अपनी चल अचल संपत्ति का रजिस्टर्ड वसीयत निर्मला सिंह पत्नी विजय सिंह के नाम कर दिया था। निर्मला सिंह के चाचा राम तेज सिंह राशन कार्ड , परिवार रजिस्टर तथा अन्य अभिलेखों में उनके परिवार के साथ दर्ज हैं । राम तेज सिंह ने अपने बैंक खातों में नॉमिनी के रूप में शिवांगी पुत्री विजय सिंह को नॉमिनी बना रखा था । खेतों की बुवाई व जुताई चाचा के जिंदा होने के समय से ही करते चले आ रहे थे । चाचा रामतेज सिंह के मृत्यु होने के बाद वसीयतनामा के दाखिल खारिज पर आपत्ति लगाते हुए विपक्षी मनोज कुमार , सोनू पुत्र देवनारायन व पवन पुत्र दीपसेन खुशबू सिंह पुत्री दीपसेन , संतोष कुमारी पत्नी दीपसेन ने खानदानी रिश्ता मानते हुए हक जताना शुरू कर दिया । और यहीं से विवाद पैदा हो गया । दीवानी मुकदमे में भी न्यायालय से कोई स्थगन आदेश न होने के बावजूद भी दबंग किस्म के विपक्षियों द्वारा निर्मला सिंह को खेत की बुवाई व जुताई करने से रोकने लगे । और बार-बार धमकी देते हैं कि तुमको खेत जोतने बोने नहीं दूंगा और फर्जी मुकदमों में फंसा फंसा कर तुम्हें व तुम्हारे पूरे परिवार को बर्बाद कर दूंगा । जबकि मार्च 2024 में पुलिस ने पहुंचकर विपक्षियों को समझा बुझा दिया था। उसके बाद 26 जुलाई 2024 को पुलिस व तहसीलदार बीकापुर की मौजूदगी में निर्मला सिंह के पक्ष खेत की बुआई व जुताई करवा दिया था । परंतु पुलिस व तहसील प्रशासन के जाने के बाद विपक्षी फिर अपनी दबंगई दिखाने लगते हैं जिससे कई बार दोनों पक्ष आमने-सामने होते रहे हैं । अगर पुलिस व तहसील प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए समय से नहीं चेता तो कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है। अपने खेत की जुताई व फसल की कटाई न कर पाने के कारण पीड़िता निर्मला सिंह ने 28 दिसंबर को थाना समाधान दिवस में शिकायत किया था जिस पर पुलिस व राजस्व की संयुक्त टीम में जिसमें राजस्व निरीक्षक योगेंद्र श्रीवास्तव राजस्व कर्मी हरिओम थाने के दरोगा बुद्धिमान सिंह , प्रमोद कुमार एवं सिपाही दीपक यादव गौरव सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष आरक्षी के साथ पहुंचकर दर्जनों लोगों के बयान आधारित जांच रिपोर्ट तैयार कर तहसीलदार को भेज दिया था । जिस पर तहसीलदार बीकापुर धर्मेंद्र सिंह ने 1 जनवरी 2025 को आदेश किया कि विपक्षी गणों द्वारा रोका जाना गलत है वसीयतदार ही खेत की बुवाई ,जुताई तथा फसल की कटाई करने का हकदार है । क्योंकि दीवानी न्यायालय द्वारा कोई स्थगन का आदेश भी जारी नहीं किया गया है । तहसीलदार के आदेश के आधार पर 1 जनवरी को पुनः खेत की जुताई व फसल की कटाई करते समय दबंग विपक्षी लोग फौजदारी पर अमादा हो गए दोनों पक्षों में मारपीट हुई पुलिस ने एक पक्षीय मुकदमा लिखकर इतिश्री कर दिया । और दूसरे पक्ष का ना तो मुकदमा दर्ज किया गया । और हैदरगंज थाने की पुलिस अभी तक तहसीलदार के आदेश का अनुपालन कराने में सफल नहीं हो पा रही है । तहसीलदार बीकापुर के आदेश मिलने के बावजूद भी पीड़िता निर्मला सिंह अपने खेत की जुताई व फसल की कटाई करवाने के लिए अधिकारी यो का दरवाजा खटखटा कर न्याय पाने की गुहार लगा रही है । इस संबंध में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष विवेक कुमार राय ने बताया कि मामला संज्ञान में है। रिपोर्ट प्रशासन को भेजी जा चुकी है । मौके पर शांत व्यवस्था कायम है ।

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