हनुमान जयंती-बजरंग बली के दर्शन के लिए मंदिरों में उमड़े भक्त

प्रयागराज : मनोजवं मारुततुल्य वेगं, बाजारियां बुद्धिमतां वरिष्ठम वातात्मजं वानरयूथ मुख्य, श्रीराम दूतं शरणं प्रपद्ये…। पवन से भी अधिक वेगवान भगवान शिव के 11वें अवतार रामभक्त हनुमान की जयंती पर इस बार अद्भुत संयोग है। पांच ग्रहों की युति से मिलकर पंचग्रही योग बना है। इस दुर्लभसंयोग में हनुमान की आराधना से भक्तों के बिगड़े काम भी बनने के योग हैं। शहर के हनुमान मंदिरों को जयंती पर रंग-बिरंगे फूलों, हरी पत्तियों और ध्वजा-पताकाओं से सजाया गया है। इस बार हनुमान जयंती उनके प्रिय दिन शनिवार को है। ऐसा होने से इस जयंती पर्व की महत्ता और भी बढ़ गई है। हनुमान जन्मोत्सव पर हस्त, चित्रा नक्षत्र के साथ हर्षण योग, बुधादित्य योग तथा मीन राशि में पांच ग्रहों की युति से पंचग्रही योग बन रहा है। ऐसे में हनुमान की आराधना से सभी प्रकार के कष्ट दूर होंगे। ज्योतिषाचार्य प्रो. ब्रजेंद्र मिश्र के मुताबिक इस जयंती पर हनुमान की आराधना से सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होगी। जिन भी जातकों की कुंडली में शनि की ढैया साढ़े साती के अलावा महादशा एवं अंतर्दशा चल रही है, उनको हनुमान की शनिवार को विशेष पूजा अर्चना करने से लाभ प्राप्त होगा।