उत्तर प्रदेशसीतापुर

जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने किया चौरासी कोसी परिक्रमा मार्ग के मडरूवा पड़ाव का निरीक्षण

प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और स्वच्छता सहित अन्य तैयारियों का लिया जायजा।
ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय 
सीतापुर  जनपद में होली चौरासी कोसीय परिक्रमा मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए सुगम और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने मडरूवा पड़ाव का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों की जिम्मेदारियों को स्पष्ट करते हुए परिक्रमा मार्ग में आवश्यक व्यवस्थाओं की समीक्षा की। बताते चले कि होली परिक्रमा मेला का सप्तम पड़ाव मडरूवा में ठहरता है, जहां अनगिनत संख्या में देश विदेश से परिक्रमार्थी मांडव ऋषि के आश्रम पर रुकते है और अग्रिम अष्टम पड़ाव जरिगंवा को प्रस्थान करता है जिस विषय जिलाधिकारी सीतापुर ने पड़ावों का निरीक्षण किया वही मिश्रिख की पंच कोसीय परिक्रमा पथ का भी निरीक्षण किया।
व्यवस्थाओं की गहन जांच एवं निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने परिक्रमा मार्ग की व्यवस्थाओं का बारीकी से अवलोकन किया और संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने पंचायती राज विभाग को परिक्रमा मार्ग में प्रकाश व्यवस्था, स्वच्छता और पेयजल की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिला पंचायत विभाग को श्रद्धालुओं के ठहराव हेतु टेंट, पंडाल एवं प्रकाश व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं समय से पहले पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से परिक्रमा मार्ग के विभिन्न पड़ावों की स्थिति की जानकारी ली और तैयारियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने की सख्त हिदायत दी।
परिक्रमा मार्ग की स्थिति की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये कि जहां-जहां सड़कें गड्ढायुक्त हैं, वहां तत्काल पैचिंग और मरम्मत का कार्य किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मार्ग को समतल एवं सुगम बनाया जाए ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना न हो।
साथ ही सिंचाई विभाग को निर्देशित किया गया कि परिक्रमा मार्ग में स्थित जीर्ण-शीर्ण पुलियों की मरम्मत शीघ्र की जाए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों से कहा कि जो भी पुलिया क्षतिग्रस्त स्थिति में हैं, उनकी तुरंत मरम्मत कराई जाए ताकि श्रद्धालुओं को आवागमन में कोई समस्या न हो।
जल जीवन मिशन के तहत मरम्मत कार्यों का निर्देश
निरीक्षण के दौरान जल निगम को यह निर्देश दिये कि जल जीवन मिशन के तहत जिन मार्गों को खोदा गया था और वह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें तत्काल दुरुस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि परिक्रमा मार्ग में श्रद्धालुओं को निर्बाध रूप से यात्रा करने की सुविधा मिले, इसके लिए जल निगम को प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य पूरे करने होंगे।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा एवं सुविधा सर्वाेपरि
जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग पर हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन और पूजन के लिए आते हैं, इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और हर छोटी-बड़ी जरूरत का ध्यान रखते हुए योजनाओं को साकार करें।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों से परिक्रमा मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था, आपातकालीन सेवाओं, प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों और अन्य आवश्यक सुविधाओं के संबंध में भी जानकारी ली। जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि यदि कहीं कोई समस्या उत्पन्न होती है तो उसका समाधान तत्काल किया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
निरीक्षण के अंत में जिलाधिकारी ने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी कार्यों को तय समय-सीमा के अन्दर पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि समयबद्ध कार्य प्रणाली अपनाकर श्रद्धालुओं को सर्वाेत्तम सुविधा प्रदान की जानी चाहिए।
इसके अलावा, जिलाधिकारी ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि परिक्रमा मार्ग के आसपास साफ-सफाई की विशेष व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए कूड़ेदान और शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
जिलाधिकारी अभिषेक आनंद के नेतृत्व में चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग की व्यवस्थाओं को सुदृढ़ करने की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने प्रकाश व्यवस्था, सड़क सुधार, पुलियों की मरम्मत, पेयजल सुविधा और स्वच्छता संबंधी कार्यों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। इस निरीक्षण अभियान से स्पष्ट है कि सीतापुर प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर गंभीर है और समय से पहले सभी आवश्यक तैयारियां पूरी करने के लिए प्रतिबद्ध है।

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