दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा नशामुक्त भारत अभियान का भव्य आयोजन
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15 लाख लोगों तक पहुंचने का ‘संकल्प’
‘युवाओं में बढ़ती नशे की समस्या गंभीर
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा ‘संकल्प’ एक सराहनीय पहल’- फेमस इनफ्लुएंसर नितेश सोनी
13 फरवरी, महाकुम्भ नगर:
बीके यादव/ बालजी दैनिक
कुम्भ मेले में इस बार आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध जागृति अभियान भी देखने को मिल रहे है। इसी श्रेणी में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा बोध प्रकल्प के अंतर्गत नशामुक्त कुम्भ का सेक्टर 9 में आयोजन किया गया। जिसका उदेश्य सामाजिक जागरुकता, आध्यात्मिक काउंसलिंग, ध्यान एवं आयुर्वेदिक उपचार के माध्यम से भारत को नशा मुक्त करना है। इस ‘संकल्प’ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सोशल मीडिया पर एक करोड़ से अधिक फॉलोअर्स वाले फिटनेस कोच, नितेश सोनी की उपस्थिति रही। जिन्होनें संस्थान के सन्यासियों एवं वाईपीएसएस के युवा कार्यकर्ताओं के साथ इस राष्ट्रव्यापी ‘संकल्प’ अभियान को लॉन्च किया।
नितेश सोनी के साथ एक पॉडकास्ट भी हुआ, उन्होंने सांझा किया कि, ‘युवाओं में बढ़ती नशे की लत एक गम्भीर समस्या है, जिस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है। ‘संकल्प’ दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान की एक सराहनीय पहल है, जो जागरूकता फैलाने और युवाओं को एक स्वस्थ और उद्देश्यपूर्ण जीवन की ओर प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह अभियान सिर्फ नशे से इनकार करने तक सीमित नहीं है, बल्कि ऐसा माहौल तैयार करने पर जोर देता है जहाँ युवा सही मार्ग चुनने के लिए सशक्त महसूस करें और आने वाली पीढ़ियों के उज्जवल भविष्य के लिए बदलाव का हिस्सा बनें।’
दिव्य गुरु आशुतोष महाराज जी की शिष्या एवं इस बोध कार्यक्रम की इंचार्ज, साध्वी शिताबा भारती जी ने कहा, ‘ऐसे आयोजनों के माध्यम से विविध समुदायों से जुड़ने और बदलाव का संदेश फैलाने के लिए महाकुंभ एक सशक्त मंच हैं। नशा मुक्ति के लिए ब्रह्मज्ञान ध्यान पद्धति एवं आयुर्वेदिक दवाईयाँ हमारा मुख्य उपाय रहती हैं।’ उन्होनें आगे बताया की ‘संकल्प’ अभियान के अंतर्गत अगले 5 सालों में संस्थान के भारत में फैलें 51 केंद्रों में 2040 प्रतिनिधियों (एंटी-ड्रग एंबेसडर्स) को चुना जाएगा जिनकों सामुदायिक काउंसलिंग के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। इनके साथ ही 10,000 से अधिक कार्यकर्ताओं की मदद से 2500 स्कूलों में कार्यशालाओं के माध्यम से 10 लाख से अधिक छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों में जागरुकता फैलाई जाएगी। साथ ही, कुल पाँच वर्षों में 5000 जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से 15 लाख से अधिक लोगों तक यह संदेश पहुँचाने का लक्ष्य तय किया गया है।
इस कार्यक्रम ने दर्शकों को म्युजिकल और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से नशे के दुष्प्रभावों और उनसे होने वाली हानि की सच्चाई से रु-ब-रु कराया गया। साथ ही इस कार्यक्रम की जानकारी हेतु कुंभ क्षेत्र में एक विशाल जागरुकता रैली भी निकाली गई और संस्थान की नशामुक्ति प्रकल्प, ‘बोध’ पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी दिखाई गई।