जिला महिला अस्पताल में डीएम ने किया औचक निरीक्षण
बरेली । झांसी के मेडिकल कॉलेज में हुए अग्निकांड के बाद शासन और प्रशासन लंबे समय से अलर्ट है, इसी क्रम में शुक्रवार को डीएम रविन्द्र कुमार ने जिला महिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, सबसे पहले डीएम लेबर रूम स्थित डॉक्टर कक्ष में पहुंचे यहां स्टाफ मरीज को परामर्श दे रहा था वहां से लौटते वक्त अल्ट्रासाउंड कक्ष के बाहर जांच के इंतजार में बैठे मरीज से सवाल किया कि कितने देर से इंतजार कर रहे हो कोई पैसा तो नहीं मांगा जा रहा इस पर मरीज ने संतोषजनक जवाब दिया।
इसके बाद डीएम एसएनसीयू में पहुंचे करीब डेढ़ साल पहले यहां भी आग लग चुकी थी तो इस संबंध में फायर सेफ्टी को लेकर जो सुधार किया गया है उसे व्यवस्था का जायजा लिया डीएम ने यहां लगे स्मोक डिटेकटर के संबंध में जानकारी ली तो स्टाफ ने बताया कि यह सभी उपकरण हादसे के बाद नए लगवाए गए हैं इसके बाद डीएम ऑपरेशन थिएटर पहुंचे यहां लगे फायर हाइड्रेंट और पैनल में ताला लगा मिला जिसको फौरन खोलने के आदेश दिए लेकिन स्टाफ ने चाबी ना होने पर फौरन लाने की बात कही इस पर डीएम ने कहा की जो स्टाफ ड्यूटी पर हो उसके पास भी चाबी होनी चाहिए आग लगने पर इतना समय नहीं होता है।
लंबित मिले प्रमाण पत्र, सुधार के आदेश
डीएम ने फार्मेसी स्टोर का भी जायजा लिया यहां पेरासिटामोल डोमपेरीडोन समेत अन्य दवाओं की जानकारी ली वहीं रजिस्टर से दबाई के रिकॉर्ड का मिलान किया गया तो यह सही पाया गया इसके बाद सीएमएस कार्यालय स्थित जन्म प्रमाण पत्र कार्यालय पहुंचे यहां प्रमाण पत्रों के लिए लंबी लाइन देख लोगों से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि कई चक्कर लगा चुके हैं लेकिन प्रमाण पत्र नहीं मिला इस पर संबंधित जिम्मेदार से जानकारी ली तो उसने बताया की 6 माह से शासन स्तर से ही पोर्टल में खराबी है हालांकि प्रसव के फौरन बाद प्रमाण पत्र दे दिया जाता है लेकिन बाद में बच्चों के नाम डलवाने के लिए दोबारा आना पड़ता है हालांकि डीएम ने रजिस्टर और पोर्टल खुलवाकर मिलान भी किया तो सर्टिफिकेट अपलोड पाए गए हालांकि डीएम ने इस व्यवस्था पर सुधार लाने का निर्देश दिए हैं।