उत्तराखण्डराज्य
DM Savin Bansal ने जुटाये 10 करोड़ – वजह है शानदार

देहरादून से आशीष तिवारी की रिपोर्ट: DM Savin Bansal: अगर आपको ये कहा जाय कि आपके देहरादून की शक्ल ओ सूरत बदलने वाली है और भव्य शहर की तस्वीरें भी दिखाए तो आप भी चौंक जायेंगे भविष्य का दून देखकर लेकिन जनाब ये संकल्प लिया है जिलाधिकारी सविन बसंल ने जो देहरादून शहर के मुख्य चौक चौराहे/ स्थल को पौराणिक धरोहर से सौंदर्यकृत करने और आपको सुगम सुरक्षित सड़क सुविधा मुहैया कराने में हर स्तर पर तेजी से कार्य कर रहे हैं। इसके लिए उनके द्वारा एक के बाद एक अभिनव प्रयोग और फैसले भी लिए जा रहे हैं। डीएम(DM Savin Bansal) ने महीनों की जद्दोजहद के बाद आखिरकार दिलाराम,कुठालगेट साईं मंदिर जंक्शन, घंटाघर के नव निर्माण सौंदर्यीकरण कार्यो के लिए 10 करोड़ की धनराशि भी जुटा ली है।

दिलाराम, कुठाल गेट साईं मंदिर जंक्शन, घंटाघर है शामिल
स्मार्ट सिटी देहरादून में सड़क सुरक्षा के लिए निरंतर सुधारीकरण कार्य किया जा रहा है । जिलाधिकारी बंसल ने साईं मंदिर जंक्शन, कुठालगेट चौक, घंटाघर का सौंदर्यीकरण और दिलाराम चौक पर सांस्कृतिक दीवार, 11 जंक्शनों पर ट्रैफिक जंक्शन लाइटों की एसआईटीसी तथा आईएसबीटी चौक से आउटफॉल तक ड्रेनेज सिस्टम का निर्माण और मौजूदा नाले की सफाई हेतु स्मार्ट सिटी से बजट का प्रबन्धन किया है इन कार्याें हेतु विधिवत टैण्डर जारी कर लिए गए हैं।ख़ास बात ये भी है की सभी कार्याें की टैण्डर प्रक्रिया में एक वर्ष का मेंटेनेंस भी शामिल है,

जन विकास के लिए लेना ही है, Personal, Professional Risk,
हार्ट ऑफ द सिटी में मुख्य जगह साईं मंदिर, जंक्शन, कुठाल गेट पर स्थानीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार के साथ ही दुर्घटनाओं पर नियंत्रण हेतु व्यापक योजना तैयार की गई है। राज्य की संस्कृति को प्रदर्शित करते हुई कला के माध्यम से चौराहों का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। लोक परम्परा एवं सांस्कृतिक धरोहर एवं धार्मिक एवं रमणीक स्थलों की कलाकृति के साथ आंदोलनकारी की स्मृति। शहर में सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सड़कों एवं चौराहों के सुधारीकरण एवं सौन्दर्यीकरण की योजना बनाई गई है।
आईएसबीटी चौक ड्रेनेज सिस्टम का होगा स्थायी समाधान
जनपद में यातायात प्रबन्धन तथा सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत चौराहों का निर्माण तथा सांस्कृतिक परिदृश्य एवं पारंपरिक लोक कलाकारी से सौन्दर्यीकृत करते हुए विकसित किया जाएगा। इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा के साथ ही राज्य की लोक एवं स्थापत्य कला से पयर्टकों को रूबरू करना है । चौराहों पर राज्य की विभिूतियों तथा राज्य आंदोलन से जुड़ी स्मृति दिखेगी। सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत सुधारीकरण कार्यों के साथ ही लोक संस्कृति एवं पांरपरिक कला से जोड़कर विकसित किया जाएगा। यानी आने वाले दिनों में आपको एक नया देहरादून दिखाई देगा जो आज से कहीं ज्यादा आकर्षक होगा।