उत्तराखण्डराज्य

बेऔलादों को किलकारियां बाँट रही Dr. Stuti Tyagi

IVF विशेषज्ञ डॉ स्तुति का आशीष तिवारी से विशेष साक्षात्कार

देहरादून, 3 जनवरी: Dr. Stuti Tyagi: आधुनिक चिकित्सा जगत में आईवीएफ- IVF एक क्रांति की तरह है. प्रजनन चिकित्सा में इलाज की IVF तकनीक संतानहीनता को काम करने में काफी मददगार है. IVF के बारें में जागरूकता बढ़ाने के लिए देहरादून की युवा डॉक्टर स्तुति त्यागी(Dr. Stuti Tyagi) और उनकी टीम शानदार योगदान दे रही है। पहाड़ों में कई सालों तक अपनी चिकित्सा सेवा देने के बाद दून अस्पताल की पूर्व चिकित्सक डॉक्टर स्तुति अपने मल्टी स्पेशियल्टी हॉस्पिटल के माध्यम से निःसंतान दम्पत्तियों को संतान सुख देने के लिए सफल प्रयास कर रही है। आइए डॉ स्तुति से जानते हैं क्या है IVF और कैसे वो लोगों को इसके लिए जागरूक कर ट्रीटमेंट दे रही है।

Dr. Stuti Tyagi

आशीष तिवारी – डॉ स्तुति पहले आप हमे ये बताएं कि बांझपन की समस्या क्या है और क्यों होती है ?

डॉक्टर स्तुति त्यागी(Dr. Stuti Tyagi) – पुरुषों तथा महिलाओं, दोनों में शारीरिक समस्याओं तथा कई अन्य कारणों से भी बांझपन की समस्या हो सकती है. चिकित्सकों के अनुसार 35 वर्ष से कम उम्र की महिला सामान्य या बिना किसी सुरक्षा के किए गए संबंध के बाद भी यदि गर्भधारण नहीं कर पाती है या किसी पुरुष में गर्भधारण के लिए जरूरी संख्या में तथा मजबूत स्पर्म नहीं बन पाते हैं तो यह बांझपन या गर्भ धारण करने में असमर्थता का कारण बन सकते हैं.महिलाएं शर्म दबाव और जागरूकता न होने की वजह से इस समस्या को जल्द ज़ाहिर नहीं करती है और पुरुषों में बाँझपन होता है लेकिन वो भी सामाजिक लोक लाज कहें या अस्वीकार्यता लेकिन दोनों ही तरफ से इलाज़ और जांच की पहल न करना समस्या को जटिल बना देता। है

आशीष तिवारी- IVF प्रक्रिया क्या है और ये संतान उत्पत्ति में कैसे सहायक होता है ?

IVF – In Vitro Fertilization ( इन विट्रो फर्टिलाइजेशन ) एक सहायक प्रजनन तकनीक ( Assisted reproductive techniques ) है जिसे टेस्ट ट्यूब बेबी के रूप में भी जाना जाता है. इस तकनीक में पहले अंडाशय से परिपक्व अंडे एकत्र करके उन्हे प्रयोगशाला में शुक्राणु के साथ निषेचित किया जाता है और फिर निषेचित अंडे (भ्रूण) को गर्भाशय में स्थानांतरित किया जाता है. इस पूरे चक्र में लगभग तीन सप्ताह का समय लगता है. आईवीएफ करने से पहले दंपति की कई प्रकार की जांच तथा परीक्षण किए जाते हैं जैसे महिलाओं के लिए, ओव्यूलेशन का मूल्यांकन, फैलोपियन ट्यूब का परीक्षण, गर्भाशय गुहा मूल्यांकन और एक बुनियादी हार्मोनल प्रोफ़ाइल तथा पुरुषों के लिए, प्रारंभिक परीक्षण वीर्य विश्लेषण आदि. इनके आधार पर ही इन्हे इलाज की प्रक्रिया निर्धारित की जाती है.

आशीष तिवारी – पूरी प्रक्रिया में आम तौर पर कितना खर्च आता है ?

डॉ स्तुति – जिन दम्पत्तियों को आइवीएफ के बारे जानकारी कम होती है उन्हें लगता है की इसमें बहुत ज्यादा खर्च आता है लेकिन हमारे आइवीएफ सेंटर ने इसके लिए पूरी प्रक्रिया me बेहद कम बजट का पैकेज उपलब्ध है जिसमें औसतन खर्च केवल डेढ़ लाख का होता है… हम अपने सेंटर पर IVF से जुडी हम आधुनिक तकनीक और बेहतरीन मेडिकल सुविधा अपने मरीज़ों को इसी पैकेज मे उपलब्ध कराते हैँ…

आशीष तिवारी – आम तौर पर IVF के लिए समाज मे अस्वीकार्यता की भावना नजर आती है.. आप लोगों को कैसे प्रेरित करती हैँ ?

डॉ स्तुति(Dr. Stuti Tyagi) – इसमें कोई दो राय नहीं की आज भी हमारे पुरुष प्रधान समाज मे पत्नी को ही औलाद न होने का सबसे पहले दोष दिया जाता है जबकि कमी पुरुषों मे भी पाई जाती है लेकिन जांच न कराने और लोकलाज़ के कारण असल वजह और इलाज़ नहीं करवाते हैँ… ऐसे दम्पत्तियों की हम काउंसलिंग करते हैँ.. उन्हें उनकी कमियों को जाँच कर सही इलाज़ और आखिर मे IVF के लिए मानसिक रूप से तैयार करते हैँ.. इसमें समय ज़रूर लगता है लेकिन नतीज़ा सुखद होता है और हमें दुआयें मिलती हैँ तो ख़ुशी होती है…

आशीष तिवारी – पुरुष बांझपन क्या है ?

बांझपन एक जोड़े का नियमित, असुरक्षित संबंध के 1 वर्ष बाद भी गर्भवती न होना है। हालाँकि, अगर महिला साथी 35 वर्ष से अधिक उम्र की है, तो 1 वर्ष से पहले भी प्रजनन क्षमता की जाँच शुरू की जा सकती है। लगभग एक तिहाई बांझपन की समस्याएँ पुरुष बांझपन के कारण होती हैं, और एक तिहाई महिला बांझपन के कारण होती हैं। शेष मामलों में, बांझपन दोनों भागीदारों को प्रभावित करता है या इसका कारण स्पष्ट नहीं होता है।पुरुष बांझपन शुक्राणु या प्रजनन क्षमता से जुड़ी संरचनाओं में समस्या के कारण होता है। बांझपन पुरुष और महिला दोनों व्यक्तियों को प्रभावित कर सकता है।

आशीष तिवारी – कोई निःसंतान दंपत्ति आपके सेंटर तक कैसे पहुँच सकता है ?

डॉ स्तुति – देहरादून मे हमारा IVF सेंटर पुराने रोडवेज वर्कशॉप के सामने संचालित होता है जहाँ मल्टी स्पेशियेल्टी हॉस्पिटल मे अनुभवी और सीनियर सर्जन, महिला रोग प्रसूती विशेषज्ञ और स्किन स्पेशलिस्ट की टीम हर वक़्त मरीज़ों के बेहतर इलाज के लिए मौजूद है..

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