शैक्षिक भ्रमण छात्रों के विकास एवं ज्ञान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा – अखिलेश मौर्य

शैक्षिक भ्रमण छात्रों के लिए किताबों की सीमाओं को पार करके सीखने का एक मौका – आशुतोष सिंह
छात्रों को किताबों में पढ़े गए सिद्धांतों का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त होता – मुन्ना चौहान
बलराम मौर्य/ बालजी दैनिक
अयोध्या l शैक्षिक भ्रमण शिक्षा को रोचक बनाने और छात्रों को सीखने में संलग्न करने का एक शानदार तरीका है। जब वे किताबें पढ़ने के बजाय वास्तविक जीवन में चीजों को देखते हैं, तो वे चीजों को बेहतर ढंग से समझते हैं और उन्हें लंबे समय तक याद रखते हैं। व्यावहारिक शिक्षा छात्रों को अधिक सीखने के लिए प्रेरित करती है और जिज्ञासा पैदा करती है उक्त बातें जीव विज्ञान प्रवक्ता अखिलेश मौर्य ने श्री राम लाल संत राम इंटर कालेज के एक दिवसीय शैक्षिक भ्रमण के दौरान कहीं। श्री मौर्य ने कहा कि इस तरह के दौरे छात्रों को नए वातावरण, संस्कृतियों और दृष्टिकोणों से परिचित कराते हैं। छात्रों को नई नई चीजों से परचित कराते हुए कहा कि प्रधानाचार्य आशुतोष सिंह ने कहा कि वे छात्रों को विभिन्न भौगोलिक स्थानों, ऐतिहासिक स्थलों, पारिस्थितिकी तंत्रों या कलात्मक उत्कृष्ट कृतियों का पता लगाने में सक्षम बनाते हैं। प्रधानाचार्य श्री सिंह जी ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण ज्ञान प्राप्त करने की जिम्मेदारी स्वयं छात्रों पर डालकर स्वतंत्र शिक्षण को प्रोत्साहित करते हैं । भूगोल प्रवक्ता मुन्ना चौहान जी ने कहा कि शैक्षिक भ्रमण के दौरान, छात्र नई चीजें सीखने, प्रश्न पूछने, जिज्ञासु बनने और स्वयं उत्तर खोजने के लिए जिम्मेदार होते हैं। । इस अवसर पर प्रधानाचार्य आशुतोष सिंह,अध्यापक एवं अध्यापिका – तीर्थ राज सिंह , अजय तिवारी , शैलेन्द्र तिवारी , मुन्ना चौहान , राम जियावन , देवकीनंदन , हरिभान यादव , रमेश उपाध्याय , सुनील सिंह , सुजीत सिंह , मनोज, जन्ती वर्मा, दुर्गा प्रसाद तिवारी,सरोज मौर्य, देवमती यादव, अर्चना सिंह, छात्र एवं छात्राएं -रिचा गुप्ता, नैन्सी, अर्चना, सलोनी, दिव्या,खुशी, छाया, रोशनी, कामिनी, श्रेया मौर्य, रिचा, शिवानी, आंचल, दिव्या,निलाक्षी सिंह, लक्ष्मी, कोमल, निशा, सुनैना, अंशिका, गुड़िया, लता, नितिन, पिंस, दुर्गेश, एवं 250 छात्र एवं छात्राओं ने प्रतिभाग किया।