दो बेटियों का पिता जवान मणिपुर में शहीद

रोहतक के किलोई गांव के रहने वाले बीएसएफ के जवान सुनील पहलवान मणिपुर में नक्सलियों के हमले में बलिदान हो गए। 15 दिन पहले ही छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौटे सुनील पहलवान की शहादत की खबर से गांव में मातम छा गया। सुनील पहलवान दो बेटियों के पिता थे और हमेशा खुशमिजाज रहते थे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
मणिपुर के इंफाल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए रोहतक के किलोई गांव के रहने वाले सुनील का आज उनके पैतृक गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए किलोई गांव में पहुंचे। शहीद सुनील की इंफाल में पोस्टिंग थी और 18 साल पहले वे बीएसएफ में भर्ती हुए थे। उनकी दो बेटियां हैं, एक बास्केटबॉल की राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी है और दूसरी दसवीं कक्षा में पढ़ती हैं।