पांच दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा विशाल भंडारे के साथ संपन्न ।
ग्राम बरगदिया में भागवत कथा सुनकर भक्त हुए भाव विभोर।
ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय
सिधौली/सीतापुर। तहसील क्षेत्र के ग्राम बरगदिया में आयोजित पांच दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का विशाल भंडारे के साथ हुआ समापन। कथा के अंतिम दिन महमूदाबाद से पधारे सुप्रसिद्ध कथावाचक अर्जुन सिंह यादव ने बाणासुर वध प्रसंग पर चर्चा की। बाणासुर और अनिरुद्ध के बीच युद्ध, बाणासुर की पुत्री उषा को श्रीकृष्ण के पोते अनिरुद्ध से प्रेम हुआ, उषा ने अनिरुद्ध का हुआ अपहरण करवा लिया, फिर दोनों ने गंधर्व विवाह किया। रात्रि वेला कि कथा में कथावाचक श्री यादव जी ने कंस वध की कथा सुनायी जब-जब पृथ्वी पर दुष्टों का प्रभाव पड़ा तब तक धरती पर भगवान उन्हें वध करने के लिए स्वयं अवतरित हुए। कंस के अत्याचार से पृथ्वी त्राह-त्राह जब करने लगी तब लोग भगवान से गुहार लगाने लग गए। तब श्री कृष्ण अवतरित हुए। कृष्ण के प्रिय मित्र सुदामा जी के बारे में श्रवण करवाया जिसमें मित्रता के बारे में कई संदेश दिए। भगवान की कथा सुनकर भागवत प्रेमी भाव विभोर हो गए। इस मौके पर एडवोकेट चित्रकेश यादव,
दीपू यादव, अभय अवस्थी, जगदीश यादव, बबलू रावत, रामधार यादव, प्रकाश यादव, विपिन यादव, रिंकू यादव, राम किशोर प्रजापति, संदीप प्रजापति, अवधेश यादव, राजेश यादव, शिवराम यादव, छोटकने प्रजापति, राकेश यादव, इंद्रराज यादव अरविन्द यादय, मनोहर यादव, रामसागर रावत, दिनेश कुमार, नौमीलाल, मनिशुर रावत, हरिकृष्ण, रामसेवक प्रजापति, नीटू आदि तमाम लोग मौजूद रहे।