चैतन्य देवियों की झांकियों के आरती में शामिल हुई पूर्व सांसद
प्रयागराज 12 जनवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
कुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 7 स्थित, प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के पंडाल “स्वर्णिम भारत ज्ञानकुम्भ” में लगाई गई चैतन्य देवियों की झांकी के आरती में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रयागराज की पूर्व सांसद रीता बहुगुणा जोशी शामिल हुईं। पूर्व सांसद ने इस अवसर पर कहा कि चैतन्य देवियों की झांकी देखकर वह अभिभूत हैं, चैतन्य देवियां मातृशक्ति के स्वरूप की प्रतीक हैं जो संसार में निर्माण और पालना का कार्य करती हैं। उन्होंने कहा, परमात्मा ने हमें संसार रूपी कर्म क्षेत्र में श्रेष्ठ कर्म करने के लिए भेजा है अतः हमें अपने कर्मों पर बहुत ध्यान देना चाहिए तथा विकर्मों से बचना चाहिए। यही गीता का सच्चा सार है।
श्रेष्ठ कर्म करने के लिए हमारे अंदर आध्यात्मिक ज्ञान होना बहुत आवश्यक है। जीवन में अध्यात्म के बिना आज समाज भौतिकवादी होता जा रहा है और परिणाम स्वरुप संसार में दुख और अशांति व्याप्त होती जा रही है। उन्होंने ब्रह्मकुमारी बहनों को इस आध्यात्मिक क्रांति को जन-जन तक पहुंचाने के लिए उनका अभिवादन किया। अपने ब्रह्माकुमारीज के मुख्यालय के पूर्व अनुभवों को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी बहनों का जीवन वास्तव में चैतन्य देवियों जैसा ही है। जिनकी उपस्थिति से हम अपने को सशक्त और शीतल अनुभव करते हैं।
देवता अर्थात जो सदा कुछ न कुछ देने का कार्य करते हैं, इन देवियों की तपस्या भी संसार को सदा ही सुख शांति देती रहती है। और इनका ज्ञान हमको सन्मार्ग दिखाता है। उन्होंने पंडाल में उपस्थित अन्य झांकियां कलयुगी जंगल से सतयुग स्वर्ग की ओर, गोकुल ग्राम, माइंड स्पा आदि का भी अवलोकन किया। पूर्व सांसद के द्वारा मेला परिसर में सहस्त्र शिवलिंग का भी उद्घाटन किया गया।
इस मौके पर ब्रह्माकुमारीज की प्रयागराज सबजोन की क्षेत्रीय निदेशिका मनोरम दीदी ने उनका स्वागत किया। बीके सुषमा, बीके प्रकाश भाई, उमा दीदी, शिवांगी बहन आदि अन्य वरिष्ठ सदस्यों सहित तमाम जनमानस उपस्थित रहा।