मेसर्स बांके बिहारी इंफ्राप्लानर्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक पर धोखाधड़ी मुकदमा दर्ज
राधा स्वामी के सामने बेशकीमती करोड़ो की जमीन से जुड़ा है मामला
मोहनलालगंज। संवाददाता
मेसर्स बांके बिहारी इंफ्राप्लानर्स प्राइवेट लिमिटेड के अतिरिक्त निदेशक अजय कुमार अग्रवाल ने अपने सहकर्मी अमित अग्रवाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए मोहनलालगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें अमित अग्रवाल पर धोखाधड़ी, जालसाजी और संपत्ति के दुरुपयोग का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। अजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि अमित अग्रवाल ने उनकी जानकारी और अनुमति के बिना फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके हस्ताक्षर किए होंगे, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें कंपनी के निदेशक पद से हटाया गया।
अजय कुमार अग्रवाल ने दावा किया कि 2 सितंबर 2016 को आयोजित बोर्ड बैठक का प्रस्ताव मनगढ़ंत था, जिसमें उन्हें निदेशक पद से हटाने का फैसला किया गया था। वे कहते हैं कि इस बैठक की कोई सूचना उन्हें नहीं दी गई थी, और बैठक की तिथि भी फर्जी तरीके से बदल दी गई थी। इसके अलावा, वे यह भी आरोप लगाते हैं कि अमित अग्रवाल द्वारा कंपनी की संपत्तियों की बिक्री के लिए भी जाली दस्तावेज तैयार किए गए हैं।अजय कुमार अग्रवाल ने मोहनलालगंज पुलिस तथा लखनऊ पुलिस आयुक्त से पूरे मामले की जांच करने और अमित अग्रवाल के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोपों के तहत कार्रवाई करने की मांग करते हुए अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किये जाने और कंपनी की संपत्तियों के दुरुपयोग को रोके जाने की गुहार लगाई थी।जिस पर बुधवार को मोहनलालगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अपनी जांच शुरू करते हुए जालसाज अमित अग्रवाल की तलाश शुरू कर दी है।
कई कंपनी बनाकर कर रहे जालसाजी
सूत्रों की माने तो जालसाज ने एक दर्जन से अधिक कंपनियां बना रखी है और उन कंपनियों के नाम पर जालसाज आम आदमी से पैसा लेकर करोड़ों का कारोबार फैलाए हुए है।
अपराध शाखा दिल्ली बिक्री पर रोक के लिए भेज चुकी है पत्र
मोहनलालगंज कस्बे से जुड़ी एक बेशकीमती जमीन की बिक्री को रोकने के लिए सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालय, आर्थिक अपराध शाखा, दिल्ली ने एसडीएम को पत्र भेजकर तत्काल कार्रवाई करने को कहा है। पत्र में उल्लेख किया गया था कि इस जमीन की खरीद में जनता से एकत्र किए गए ठगी के पैसे का उपयोग किया गया था।
मोहनलालगंज में राधा स्वामी के सामने और यूपीएएल फैक्ट्री के निकट हाइवे से जुड़ी बेशकीमती जमीन पर प्लाटिंग की तैयारी चल रही थी। इसी दौरान आर्थिक अपराध शाखा, दिल्ली ने एसडीएम मोहनलालगंज को पत्र भेजकर बताया कि ग्राम मऊ, तहसील मोहनलालगंज में खसरा संख्या 1251 और 1252 की बिक्री को तुरंत रोका जाए। पत्र में यह भी बताया गया है कि एफआईआर संख्या 43/16, 111/16 और 112/16 के तहत जांच चल रही है, जिसमें मेसर्स अर्थ इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड पर आरोप है कि उन्होंने गुड़गांव, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में टाउनशिप प्रोजेक्ट्स के नाम पर जनता से करोड़ों रुपये ठगे हैं। जांच में पता चला कि आम जनता से एकत्रित ठगी के पैसे का इस्तेमाल इस बेशकीमती जमीन की खरीद के लिए किया गया था