गोंडा रोड वेज बस स्टैंड को मिलेगा नया ठिकाना मिलेगी जाम से निजात शहर के बीच बने रोडवेज बस स्टेशन पर हर दिन घंटों जाम में फंसते हैं लोग

शासन को भेजा गया गोंडा रोडवेज बस स्टेशन को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा शहर में रोडवेज बस स्टेशन पर लंबे समय से चली आ रही जाम की समस्या से निकट भविष्य में जाम से निजात मिलने की संभावना है। रोडवेज प्रशासन ने भयंकर जाम को देखते हुए रोडवेज बस स्टेशन को शहर से बाहर स्थानांतरित करने की तैयारी शुरू कर दिया है। फिलहाल शहर के गुरुनानक चौराहे के पास असुविधाजनक स्थिति में संचालित हो रहे बस स्टेशन के स्थान पर अब झंझरी ब्लॉक के कलंदरपुर चौबे गांव के पास एक नया बस अड्डा विकसित किए जाने का प्रस्ताव है। इस संबंध में क्षेत्रीय प्रबंधक ने तीन एकड़ जमीन चिह्नित करते हुए नया बस स्टेशन बनाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है।
फिलहाल शहर के बीचोबीच स्थित रोडवेज बस स्टेशन यातायात के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। सड़कों पर बसों की अवैध खड़ी होने और निजी वाहनों के जमावड़े के चलते जीआईसी चौराहे से लेकर रेलवे स्टेशन मार्ग तक जाम की स्थिति बनी रहती है। यात्रियों के साथ-साथ आमजन को रोजाना घंटों तक परेशानी का सामना करना पड़ता है।गोंडा रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक अरविंद कुमार के अनुसार, ‘मौजूदा रोडवेज बस स्टेशन पर बसों के ठहराव की समुचित व्यवस्था नहीं है। 116 बसों के बेड़े के अलावा लगभग 200 बाहरी बसें जैसे रुपईडीहा, बहराइच, बलरामपुर, अयोध्या, प्रयागराज व वाराणसी की ओर से आती-जाती हैं, जिससे हालात बेकाबू हो जाते हैं।’
मौजूदा बस स्टेशन परिसर में 50 से अधिक बसों के एक साथ खड़े होने की जगह नहीं है। नतीजा यह होता है कि बस चालकों को वाहन रोडवेज परिसर के बाहर सड़कों पर खड़े करने पड़ते हैं, जिससे घंटों ट्रैफिक बाधित रहता है। स्थिति तब और विकट हो जाती है जब बारिश या त्योहारी सीजन में भीड़ अधिक हो जाती है।
इन्हीं कारणों से अब शहर से करीब छह किलोमीटर दूर लखनऊ मार्ग के समीप चंदवतपुर-कटरा मार्ग पर झंझरी के कलंदरपुर चौबे गांव के पास तीन एकड़ भूमि पर नया रोडवेज बस स्टेशन विकसित करने की योजना पर काम हो रहा है। क्षेत्रीय प्रबंधक ने बताया कि प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। जैसे ही मंजूरी मिलती है, निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।नए बस स्टेशन के निर्माण से न केवल यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि शहर की सबसे बड़ी समस्या ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी। प्रस्तावित स्थान न सिर्फ मुख्य मार्ग से जुड़ा है, बल्कि इसके आसपास खुली जगह और पर्याप्त सड़कों की उपलब्धता भी है, जिससे बसों की आवाजाही बिना व्यवधान के हो सकेगी।
वहीं, मौजूदा रोडवेज बस स्टेशन बिल्डिंग की जर्जर स्थिति को देखते हुए उसका भी पुनर्निर्माण प्रस्तावित है। वर्ष 1950 में बनी यह इमारत अब बुरी तरह जर्जर हो चुकी है। बरसात के मौसम में छत से पानी टपकने के कारण कार्यालयों में रखे अभिलेखों और उपकरणों को नुकसान पहुंच रहा है। इमारत में दो बड़े हॉल और 19 कमरे हैं, जिनमें सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक, वरिष्ठ केंद्र प्रभारी और अन्य कार्यालय संचालित होते हैं।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा तैयार प्रस्ताव में बिल्डिंग को पुनः निर्मित करने की बात कही गई है। क्षेत्रीय प्रबंधक अरविंद कुमार के अनुसार, ‘प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। मंजूरी मिलते ही कार्य शुरू किया जाएगा।’ स्थानीय लोगों में वरिष्ठ अधिवक्ता शिवकुमार द्विवेदी एडवोकेट , सत्यदेव मिश्रा RSS, रमाशंकर मिश्रा सांसद प्रतिनिधि (गोंडा) ,प्रदीप तिवारी पत्रकार जिला अध्यक्ष , डॉ प्रदीप द्विवेदी, शशि भाल तिवारी, डॉ संतोष मिश्रा , कृष्ण मुरारी एडवोकेट, अध्या तिवारी, मुन्ना लाल पांडे , राहुल द्विवेदी एडवोकेट , डॉ अंकित शुक्ला, तथा व्यापारियों सहित सैकड़ो लोगों ने ने इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका मानना है कि नया बस स्टेशन शहर से बाहर बनने से रोजमर्रा की ट्रैफिक समस्या से मुक्ति मिलेगी और गोंडा नगर की यातायात व्यवस्था भी पहले से ज्यादा सुलभ और सुरक्षित हो सकेगी।