पुल अप्रोच हादसे के बाद जागा शासन, हाइड्रोलिक स्टडी के लिए मिलेगा बजट

बरेली । विगत दिनों पुल से गिरी कार में तीन युवकों की मौत के बाद लोक निर्माण विभाग का प्रशासन जगा।
चीफ इंजीनियर अजय कुमार ने बताया कि पिछले साल एप्रोच रोड बहने के बाद पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम और सिंचाई विभाग की उच्चस्तरीय कमेटी बनी थी। जांच के बाद तय हुआ था कि पुल की हाइड्रोलिक स्टडी आईआईटी रुड़की से कराकर उसी के अनुरूप पुल का दोबारा निर्माण कराया जाए ताकि वह सुरक्षित रहे। हाइड्रोलिक स्टडी के लिए शासन से इसी साल जुलाई में 20 लाख के बजट की मांग की गई थी जो अब तक नहीं मिला है।
अब हादसा होने के बाद शासन से बजट के लिए भेजे प्रस्ताव की जानकारी मांगी गई है। उम्मीद है कि जल्द ही बजट मिल जाएगा।
चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी अजय कुमार ने बताया कि पुल से गिरकर तीन लोगों की मौत के मामले की शासन के निर्देश पर बदायूं के एसई से जांच कराकर रिपोर्ट भेज दी गई है। रिपोर्ट में पांच इंजीनियरों की लापरवाही बताई गई है। इनमें से बदायूं के दो एई और दो जेई के खिलाफ केस भी दर्ज हो चुका है। इसके अलावा एक्सईएन की लापरवाही सामने आई है।
हादसे के बाद शासन भी जागा
फरीदपुर में तीन लोगों की जान जाने के बाद अब ऐसे दूसरे क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत के लिए बजट जारी किया जा रहा है जो मंजूरी के बावजूद लंबे समय से शासन में अटका हुआ था। बल्लिया-शीशगढ़ मार्ग से वसुधरन जाने वाले मार्ग पर बहगुल और डोडा नदी पर बने पुल की मरम्मत के लिए भी 65.77 लाख जारी किए गए हैं। बजट न मिलने से यह पुल दो साल से अधूरा पड़ा है। वहीं हाल ही में फरीदपुर में अधूरे पुल से नीचे कार गिरने की घटना के बाद शासन ने इस पुल के क्षतिग्रस्त हिस्से का तेजी से निर्माण करने के लिए 65.77 लाख की धनराशि जारी की है।