उत्तर प्रदेशप्रयागराज

ज्ञान महाकुंभ का आयोजन 10 जनवरी से 10 फरवरी 2025 तक

प्रयागराज 29 दिसंबर

बीके यादव बालजी हिंदी दैनिक

ज्ञान महाकुंभ 2025 प्रयागराज का आयोजन अतुल कोठारी राष्ट्रीय सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नई दिल्ली के नेतृत्व में 10 जनवरी से 10 फरवरी 2025 में होने जा रहा है जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सरकारी वाहन दत्तात्रेय होसबाले सहस्त्र कार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल विभिन्न राज्यों से शिक्षा मंत्री शिक्षा के केंद्रीय संस्थानों के प्रमुख पदाधिकारी केंद्रीय एवं राज्यों के विभिन्न विद्यालयों के कुलपति तकनीकी एवं व्यवसायिक संस्थानों के निदेशक के साथ-साथ निजी विश्वविद्यालय एवं शैक्षिक संस्थानों के कुलाधिपति कुलपति तथा आचार्य शिक्षक महिलाएं एवं छात्र सहभागी करेंगे इस ज्ञान महाकुंभ में शिक्षा के अनेक विषयों पर चिंतन मंथन के माध्यम से सभी प्रतिभागी देश की शिक्षा में सकारात्मक परिवर्तन करते हुए भारत केंद्रित शिक्षा की स्थापना का संकल्प लेकर अपने-अपने स्तर पर संयुक्त रूप से अपने स्थान पर राज्यों में एवं देशव्यापी अभियान को आगे बढ़ाएंगे

ज्ञान के विषय में श्रीमद् भागवत गीता में कहा गया है की न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते अर्थात दुनिया में ज्ञान के समान पवित्र और कुछ भी नहीं है पिछले मैकाले की शिक्षा दृष्टि के दुष्प्रभाव के कारण शिक्षा मात्र नौकरी प्राप्त करने का माध्यम बनकर रह गई । शैक्षिक परिदृश्य में सुधार परिवर्तन हेतु शिक्षा संस्कृत उत्थांन्यास ने वर्ष 2004 में शिक्षा बचाओ आंदोलन के माध्यम से शैक्षिक पाठ्यक्रमों में व्याप्त विसंगतियों विकृतियों दूर करने के लिए सफल आंदोलन चलाया जो स्वतंत्र भारत में शैक्षिक पाठ्यक्रम संचार माध्यमों एवं समाज में चर्चा का विषय बना।

2007 में न्यास के वैधानिक गठन के समय शिक्षा में नए विकल्प देने को अपना लक्ष्य बनाते हुए चरित्र निर्माण एवं व्यक्तित्व के समग्र विकास पर्यावरण वैदिक गणित आदि पर विमर्श खड़े करने के प्रयास भी किया एवं कुछ नए पाठ्यक्रम तैयार करके शैक्षिक संस्थानों में सफल प्रयोग भी किया 2014 में शिक्षा में नए विकल्प का प्रारूप तैयार किया गया एवं इसी कड़ी में 2015 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनने की प्रक्रिया में तथा 2020 में नीतियां घोषित हुई जो क्रियान्वयन में उपन्यास सतत एवं पूर्ण ढंग से कार्य कर रहा था।
ज्ञान महाकुंभ का आयोजन अक्टूबर एवं नवंबर मास में देश के चारों दिशाओं में हरिद्वार कर्णावती (अहमदाबाद) नालंदा पुडुचेरी में सफलता पूर्वक हुआ है।

ज्ञान महाकुंभ में 10 जनवरी को इसका उद्घाटन 31 जनवरी को हरित महाकुंभ सम्मेलन 1 फरवरी को एक राष्ट्र एक नाम भारत संगोष्ठी तथा 7 फरवरी राष्ट्रीय सम्मेलन निजी शैक्षिक संस्थानों की शिक्षा में भूमिका 8 फरवरी राष्ट्रीय सम्मेलन शासन प्रशासन की शिक्षा में भूमिका 9 फरवरी राष्ट्रीय संगोष्टियां भारतीय ज्ञान परंपरा भारतीय भाषा शिक्षा से आत्मनिर्भरता इतिहास प्रमुख विषयों पर अनेकों शिक्षाविद अपना विचार व्यक्त करेंगे। इसके साथ ही कुंभ में एक थाली व एक थैला देने का कार्य भी होगा जिससे कूड़ा कचरा कम से कम हो सके। अनेकों महात्मा श्रद्धालु तथा संस्थाओं से संपर्क कर इस कार्य को किया जाएगा जिसको जितनी थाली की आवश्यकता होगी उस संस्था को सुपूर्त कर दिया जाएगा।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button