आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा खुशहाल जीवन कार्यक्रम 16 दिसंबर को
प्रयागराज 14 दिसंबर
बीके यादव/बालजी दैनिक
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के तत्वाधान में, दिनांक 16 दिसंबर अपराह्न 5:30 बजे पोलो ग्राउंड, न्याय मार्ग, न्यू कैंट प्रयागराज में आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा खुशहाल जीवन विषय पर एक विशाल कार्यक्रम रखा गया है। जिसमें वक्ता के तौर पर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वक्ता बीके शिवानी दीदी पधार रही हैं।
ब्रह्माकुमारी शिवानी पिछले करीब 30 सालों से समर्पित रूप से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय में अपनी सेवाएं दे रही हैं।उन्होंने अपने प्रवचनों द्वारा दुनिया के 50 से ज्यादा देशों में लाखों लोगों को नया जीवन दिया है एवं कलयुगी संसार में अपना मनोबल खो चुकी दुखी आत्माओं के जीवन को पुनः सशक्त बनाने का कार्य किया है। बीके शिवानी जीवन में आध्यात्मिकता और भौतिकता का सामंजस्य’, ‘पारस्परिक संबंधों में मधुरता एवं स्नेह’, ‘तनाव मुक्त जीवन’ एवं ‘मानसिक स्वास्थ्य की वर्तमान समय में प्रासंगिकता आदि विषयों पर अपने अभिभाषणों के लिए चर्चित हैं।
आप भारत के वर्तमान आध्यात्मिक विभूतियों में से एक चर्चित चेहरा हैं तथा मीडिया जगत की जानी-मानी हस्ती हैं।
‘आध्यात्मिक सशक्तिकरण द्वारा खुशहाल जीवन’ कार्यक्रम में शिवानी दीदी, कैसे आध्यात्मिक सशक्तिकरण एक खुशहाल जीवन के लिए जरूरी है, विषय पर अपने विचार हम सभी के सामने रखेंगी जिसको सुनने के लिए करीब 8000 लोगों के कार्यक्रम में उपस्थित रहने की संभावना है।
उपरोक्त कार्यक्रम के अलावा, 17 तारीख, दिन मंगलवार की सुबह 7:30 बजे ब्रह्माकुमारीज प्रयागराज के मुख्य सेवा केंद्र ‘सद्भभावना भवन’, बसवार रोड धनुहा में डॉक्टरों के लिए ‘इसेंशियल्स आफ सेल्फ हीलिंग’ विषय पर शिवानी बहन का कार्यक्रम रखा गया है। जिसमें 500 से ज्यादा डॉक्टरों के उपस्थित रहने की संभावना है।
उपरोक्त कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए ब्रह्माकुमारीज की क्षेत्रीय संयोजिका बीके मनोरमा दीदी ने आग्रह किया की प्रयाग भूमि के समस्त गणमान्य सुधीजन जो कि स्वजीवन को सदा ही ज्ञान और गुणों से मूल्यवान बनाने में लगे रहते हैं, मानवीय मूल्यों और पारस्परिक संबंधों को नवदीप्ति प्रदान करने हेतु इन कार्यक्रमों में पधार कर इनका लाभ अवश्य उठाएं। जिससे हम निश्चय ही अपने जीवन में एक नूतन प्रभात का नवल एवं सुखद सन्मार्ग प्रशस्त करेंगे तथा नवीन पीढ़ी को भी सन्मार्ग दिखा सकेंगे।