स्वास्थ्य विभाग की बिगड़ी चाल , बेलगाम हुए अधिकारी
ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जनपद में इस समय स्वास्थ्य विभाग धीरे-धीरे उपहास का केंद्र बनता हुआ नजर आ रहा है ताजा मामला सीतापुर जनपद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिसावा का है जहां पर क्षेत्र न होते हुए झोलाछाप नोडल डॉ संजय श्रीवास्तव ने रजिस्टर्ड नर्सिंग होम पर छापेमारी की अब सवाल यह खड़ा होता है कि रजिस्टर्ड नर्सिंग होम पर झोलाछाप नोडल कैसे छापेमारी कर सकते हैं जबकि रजिस्टर्ड नर्सिंग होम को चेक करने के लिए दूसरे आला अधिकारी मौजूद है वही दूसरा सवाल यह है कि जब क्षेत्र भी झोलाछाप नोडल का नहीं है तब भी वह दूसरे के क्षेत्र में छापेमारी करते हैं क्योंकि यह क्षेत्र डिप्टी सीएमओ डॉ इमरान अली का है वही इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमलेश चंद्रा से बात की गई तो उन्होंने जांच कर कार्रवाई के आश्वासन दिया जब इस संबंध में नोडल अधिकारी मनोज देशमणि से बात की गई तो उन्होंने क्या कुछ कहा जानकर भी हैरान हो जाएंगे उन्होंने कहा कि हमारे नियुक्ति फिर इस पटल पर क्यों है अगर हम झोलाछाप नहीं चेक कर सकते तो झोलाछाप नोडल रजिस्टर्ड नर्सिंग होम कैसे चेक कर रहे हैं यह तो मुख्य चिकित्सा अधिकारी ही बताएंगे वही जब इस संबंध में झोलाछाप नोडल अधिकारी डॉक्टर इमरान अली से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मनमाने तरीके से यहां के अधिकारी , कर्मचारी अपना क्षेत्र ना होते हुए दूसरे के क्षेत्र में छापेमारी करते हैं
अब सोचने वाली बात यह है कि इस प्रकार से स्वास्थ्य विभाग के आला अफसर कार्य करेंगे तो क्या समाज में संदेश जाएगा अब देखना है कि इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर कमलेश चंद्रा अपने बेलगाम कर्मचारियों पर क्या करवाई करते है