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पूर्वोतर में भारी बारिश का अनुमान

नई दिल्‍ली : देश के ज्‍यादातर इलाकों में भारी बारिश  का दौर थम गया है. मॉनसून में जहां पर रोजाना कई राज्‍यों में भारी बारिश की चेतावनी होती थी, वहीं आज उत्तर पश्चिमी और मध्‍य भारत में कहीं भी भारी बारिश को लेकर कोई अलर्ट नहीं है. हालांकि देश के दक्षिणी और पूर्वी इलाकों पर मॉनसून अब भी मेहरबान है. इसके कारण आज कई दक्षिणी और पूर्वी राज्‍यों की अलग-अलग जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है. हालांकि पिछले कुछ दिनों की तरह देश में कहीं भी रेड और ऑरेंज अलर्ट नहीं है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने देश के दक्षिणी राज्‍यों को लेकर कुछ जगहों पर भारी बारिश का अनुमान जताया है. मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में अलग-अलग स्‍थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
इसी तरह का अनुमान पूर्वी राज्‍यों के लिए भी जताया गया है. मौसम विभाग का अनुमान है कि आज असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में आज भारी बारिश की संभावना है.
पूर्वोतर में अगले 5-6 दिन भारी बारिश का अनुमान
साथ ही मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 5-6 दिनों के दौरान पूर्वोतर के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. विभाग ने 2 से 4 अक्टूबर के मध्‍य अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने केरल में 5 अक्टूबर तक भारी बारिश का पूर्वानुमान जताया है. मौसम विभाग ने एक अक्टूबर तक राज्य के नौ जिलों के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है. आईएमडी ने रविवार को एक बयान में कहा कि आने वाले दिनों में 64.5 मिमी से 115.5 मिमी तक भारी बारिश होने का अनुमान है. आज तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथानामथिट्टा, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, कोझीकोड, वायनाड, कन्नूर में येलो अलर्ट है. वहीं, 1 अक्टूबर को पथानामथिट्टा, एर्नाकुलम और इडुक्की में येलो अलर्ट जारी किया गया है.
आईएमडी के अनुसार, 5 अक्टूबर तक केरल के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ भारी बारिश की संभावना है. मौसम विभाग ने लोगों को इस अवधि के दौरान भूस्खलन और जलभराव वाले क्षेत्रों में जाने से बचने की भी चेतावनी दी है.
उत्तर पश्चिम और मध्‍य भारत को लेकर IMD की भविष्‍यवाणी
हालांकि उत्तर पश्चिम और मध्‍य भारत में मौसम सामान्‍य रहेगा. मौसम विभाग ने कहा कि अगले एक सप्ताह के दौरान उत्तर पश्चिम और मध्य भारत में बारिश से जुड़ी कोई महत्वपूर्ण गतिविधि होने की संभावना नहीं है.
देश में 8 फीसदी अधिक बारिश
देश में इस साल मानसून में सामान्य से लगभग आठ फीसदी अधिक बारिश हुई. एक तरफ जहां उत्तर पश्चिमी भारत, मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य से अधिक वर्षा हुई, वहीं पूर्वी एवं पूर्वोत्तर भारत में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई.
मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पूरे देश में 1 जून से 29 सितंबर के बीच औसत बारिश 932.2 मिमी रही. जबकि, दीर्घावधि औसत 865 मिमी है. इस प्रकार यह सामान्य से 7.8 प्रतिशत अधिक है. साल 2020 के बाद यह सबसे अच्छा मानसून रहा है. खासकर पिछले साल सामान्य से कम बारिश के कारण जलाशयों में पानी की कमी इस बार दूर हो गई है.

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