ब्यूरो रिपोर्ट, 25 जनवरी: Hilda: दुनिया के विनाश और खात्मे की बातें लोग आज से नहीं कर रहे हैं, ये बातें कई सालों से लोगों के बीच घूम रही है. धरती के विनाश होने के लोग अलग अलग कारण बताते हैं. कोई कहता है तीसरे विश्वयुद्ध से दुनिया का खात्मा हो जाएगा, तो कोई कहता है कि एलियंस के हमले के बाद धरती का अंत निश्चित है.लेकिन वैज्ञानिक इसे अलग तरीके से लेते हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि जिस तरह से धरती पर जलवायु परिवर्तन हो रहा है उससे आज से सैकड़ों सालों बाद धरती पर जीना और रहना मुश्किल हो जाएगा. इसी कड़ी में धरती पर जलवायु परिवर्तन का एक कारण वैज्ञानिक गाय को भी मानते हैं. इसे लेकर अब वैज्ञानिको ने दुनिया को विनाश से बताने के लिए अनोखी गाय बना ली है.
इस गाय से रुक जाएगा दुनिया का विनाश ?
असल में गायों की डकार से जहरीली मीथेन गैस निकलती है, यह एक ग्रीन हाउस गैस है जिसे धरती को गर्म करने का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. इसी से धरती लगातार गर्म हो रही है. ऐसे में स्कॉटलैंड के वैज्ञानिको ने एक ऐसी गाय के को विकसित किया है न के बराबर डकार लेगा और न के बराबर ही मीथेन गैस छोड़ेगा. इससे दुनिया में तबाही को लाने वाले समय में बढ़ोतरी करने की कोशिश की जाएगी. वैज्ञानिको ने इस बछड़े का नाम हिल्डा(Hilda) रखा है. लोगों में चर्चा है कि गाय का ये बछड़ा आने वाले वक्त में दुनिया को तबाह होने से बचा लेगा. वैज्ञानिक इस तरह के और बछड़ों में संशोधन करने पर विचार कर रहे हैं.
आपको बता दें कि हिल्डा(Hilda) नाम के इस गाय के बछड़े को ग्रीनहाउस का विलोम कहा जा रहा है. जहां एक ओर दुनियाभर की गाय मीथेन गैस से पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही हैं तो वहीं ये बछड़ा ग्रीनहाउस इफेक्ट को कम करने में मदद कर रहा है. वैज्ञानिक बछड़े में इस तरह के संशोधन पर विचार कर रहे हैं कि इनसे निकलने वाली गैस एक दम ही शून्य हो जाए. मवेशी विश्व के ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन का लगभग 5 प्रतिशत उत्पन्न करते हैं, इसलिए शोधकर्ता उनके प्रभाव को कम करने के तरीके खोजने में लगे हुए थे. उसी के तहत हिल्डा को विकसित किया गया.