Hill Station Khirsu: खिर्सू की खूबसूरती के दीवाने हैं टूरिस्ट
देहरादून, 8 जनवरी: Hill Station Khirsu: सर्दियां आते ही उत्तराखंड का मौसम और भी सुहावना हो जाता है। चाहे सर्दी का मौसम हो या गर्मी का देश और दुनिया भर के पर्यटक उत्तराखंड का रुख करते हैं।वीकेंड पर तो यहां के हिल स्टेशन पैक हो जाते हैं। घूमने की जब भी बात आती है, तो पर्यटकों के जेहन में नैनीताल, मसूरी और रानीखेत जैसे हिल स्टेशन ही आते हैं। लेकिन आज हम आपको उत्तराखंड के एक ऐसे हिल स्टेशन के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में ज्यादा लोगों को जानकारी नहीं है।
पौड़ी गढ़वाल से लगभग 15 किमी दूर पहाड़, जंगल, नदियों, झरनों और बागों के बीच बसा खिर्सू एक छोटा सा गांव है। पॉपुलर हिल स्टेशनों से दूर इस गांव में आप शांति का अहसास कर सकते हैं। इस गांव में आपको खूब सारे सेब के बाग देखने को मिलेंगे। यहां बहुत कम लोग रहते हैं और उनके जीवन जीने का तरीका इतना विनम्र और सरल है कि आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। यहां आप सड़कों पर लंबी सैर करने के साथ पहाड़ों के मनमोहक दृश्यों को भी देख सकते हैं। खिर्सू पौड़ी गढ़वाल के छिपे हुए रत्नों में से एक है। यहां कुछ ऐसी जगहें भी हैं, जिन्हें आप यहां रहते हुए देख सकते हैं
खिर्सु 2286 मीटर की ऊंचाई पर बेहद सुंदर और प्रकृति की गोद में बसा हुआ गांव है।यहां आप सेब के बगीचे, चीड़ और देवदार के घने जंगल का मन मोह लेने के लिए काफी हैं जगह ट्रेकिंग के लिए भी अच्छी है। यहां नेचर वॉक कर तनाव से छुटकारा मिल जाएगा। इतना ही यहां आप पहाड़ी व्यंजनों का भी आनंद ले सकेंगे। जैसे – चेनसू, कापा, आलू के गुटके का स्वाद लेने का भी मौका मिलेगा। खिर्सु से आप हिमालय के शानदार दृश्य देख सकते हैं।जिसमें पंचचूली, नंदा देवी, नंदा कोट और त्रिशूल जैसी चोटियों शामिल हैं। खिर्सु में साल भर सुहावना मौसम रहता है और सर्दियों में यह गांव बर्फ की चादर से ढक जाता है। भागदौड़ के जीवन से कुछ पल शांति चाहने वालों के लिए एक बेस्ट डेस्टिनेशन है।
यहां पर भगवान कंडोलिया के नाम पर इन भगवान को समर्पित एक मंदिर है, जो देशभर के भक्तों के लिए एक आकर्षण है। इस जगह के बारे में और सबसे रोमांचक बात ये है कि इन पहाड़ों पर एशिया का सबसे ऊंचा स्टेडियम स्थित है। जो कोई भी इस गांव में जाता है, उसे यहां जरूर जाना चाहिए। आप यहां हिमालय और गंगवास्र्युन घाटी के दृश्यों को भी देख सकते हैं।एक रोमांचक ट्रेक का आनंद लेना है, तो उल्का घाटी जाएं। यह जगह 1900 किमी की ऊंचाई पर बसा हुआ है। यहां घाटियों पर अक्सर धुंध छाई रहती ह। यह नजारा वास्तव में देखने लायक होता है। यहां पर आप कॉफी या चाय की चुस्की लेते हुए प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं।यहां रहकर आप गांव की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं। इतना ही नहीं यहां आपको लोकल फूड्स औन गढ़वाली व कुमाउनी व्यंजन जैसे चेनसू, कापा, आलू के गुटके का स्वाद लेने का मौका मिलेगा।