कर्नलगंज में रेलवे के नाम पर फल-फूल रहा अवैध खनन का कारोबार

खनन माफिया में नहीं दिख रहा प्रशासन का कोई भय।
डीएम के आदेशों की खुलेआम उड़ाई जा रही धज्जियां।
खेत को तालाब बनाते जा रहे खनन माफिया।
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोण्डा। तहसील व कोतवाली कर्नलगंज क्षेत्र में खनन माफिया के हौंसले काफी बुलंद हैं। यहां स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से दिनों रात जमकर बड़े पैमाने पर अवैध खनन लगातार जारी है। क्षेत्र में खनन माफिया का बोलबाला होने के साथ ही अवैध खनन का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। खनन माफिया में प्रशासन का कोई भय नहीं दिख रहा है और डीएम के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस संबंध में सोशल मीडिया पर आये दिन वीडियो,फोटो भी वायरल हो रहे हैं।
आपको बता दें कि तहसील कर्नलगंज क्षेत्र में रेलवे के नाम पर तेजी से बड़े पैमाने पर अवैध खनन का कारोबार तेजी से फल फूल रहा है। यहां उच्चाधिकारियों के आदेशों को ताख पर रखकर लगातार मिट्टी खनन किया जा रहा है और इसे क्षेत्र के अलग-अलग स्थानों पर बिक्री किया जा रहा है। वहीं जिम्मेदार आला अधिकारी सब कुछ जानते हुए तमाशबीन बने हुए है। यही नहीं इसमें कारोबारी विभाग की मिलीभगत से ना सिर्फ रायल्टी की चोरी कर रहे है बल्कि सरकारी राजस्व को भी काफी नुक़सान पहुंचा रहे हैं। ताज़ा मामला कर्नलगंज तहसील क्षेत्र के ग्राम बसालतपुर में सामने आया है। जहां बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन किया गया है। बेखौफ खनन माफिया रात के अंधेरे में जेसीबी मशीन,डंफर समेत अन्य माध्यमों का इस्तेमाल करके जमीनों को तालाब में तब्दील कर रहे हैं,इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। क्षेत्रीय लोगों ने बताया कि यह मिट्टी खनन का अवैध कारोबार ग्राम बसालतपुर के साथ ही पहाड़ापुर, बसेहिया,हीरापुर, गज्जू पुरवा, सहित कई गांवों में अवैध खनन दिन-रात धड़ल्ले से होता देखा जा सकता है। यही नहीं मिट्टी भरे डंफर व ट्रैक्टर ट्राली विभिन्न सड़कों पर फर्राटा भरते हुए अवैध खनन की खुद बखुद गवाही दे रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो इस तरह के अवैध खनन के खेल में सबसे अहम भूमिका खनन विभाग व स्थानीय प्रशासन की होती है। विभाग की अनुमति या उनके संरक्षण के बिना यह संभव ही नहीं है। इसके लिए बाकायदा सरकारी सिस्टम में जुड़ा एक गिरोह काम करता है। जो पुलिस व राजस्व विभाग से लेकर खनन विभाग तक जिम्मेदार अधिकारियों,कर्मचारियों से सेटिंग गेटिंग का काम करता है। कर्नलगंज क्षेत्र में रात के अंधेरे में कई गांवों में बड़े पैमाने पर मिट्टी खनन कर विभिन्न स्थानों पर मिट्टी बिक्री कर गिराई जा रही है। ऐसे में खनन माफिया खनिज संपदा के साथ-साथ राजस्व को चूना लगा रहे हैं तो वहीं पर्यावरण को भी प्रदूषित करने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी जा यही है। बताते चलें कि इस अवैध मिट्टी खनन के कारोबार के चलते रात दिन दौड़ने वाले डंफर व ट्रैक्टर ट्राली से सड़कें भी बर्बाद हो रही हैं। आसपास के ग्रामीण भी इन वाहनों के शोर व धूल से काफी परेशान हो चुके हैं।