“महाकुंभ में बंदा बैरागी का सुरमयी अंदाज, भक्तों को बांधा संगीत के जादू में”
संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार
महाकुंभ नगर २७ जनवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
आस्था और आध्यात्म की धरती पर महाकुंभ के अवसर पर सारा हिंदुस्तान उतर आया है। कलाग्राम में सोमवार को नृत्य और गीत का ऐसा संगम शुरू हुआ जिससे समूचे भारत की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है।
भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कुंभ में भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत के इस उत्सव में सांस्कृतिक एकजुटता के मूलमंत्र के साथ हर राज्य की कलाओं की प्रस्तुति हो रही है। चार धामों का आकार देते हुए तैयार कलाग्राम का भव्य मंच सोमवार को प्रसिद्ध गायय बंदा बैरागी के नाम रहा। उनके मंच पर आते ही मौजूद श्रोताओं ने तालियों से उनका स्वागत किया। उनके सुरीले गीतों और शानदार परफॉर्मेंस ने हर किसी को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत उनकी लोकप्रिय भजन “मन लागा मेरा यार फकीरी में”… से हुई, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद “तू लाख इफाजत करले तू लाख करे रखवाली उड़ जायेगा एक दिन पंछी”, “क्या बिगाडेगा जमाना…. ” “जरा हल्के गाड़ी हाँकियो मेरे राम गाड़ी वाले” तथा “नमो नमो जी शंकरा भोलेनाथ शंकर” की प्रस्तुति ने माहौल को शिवमय बना दिया। उनकी आवाज़ की मधुरता और मंच पर उनकी ऊर्जा ने पूरे कलाग्राम में उत्साह भर दिया। सांस्कृतिक कुंभ के 15 वां दिन दर्शकों के लिए एक शानदार अनुभव रहा। इसके बाद प्रसिद्ध नृत्यांगना मैत्रेयी पहाड़ी और उनकी टीम द्वारा संगीतमय नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी गयी। इस भव्य कार्यक्रम की कोरियोग्राफी मैत्रेयी ने खुद की थी, जिसमें उनके शिष्यों ने प्रस्तुति दी। लोकनृत्यों की कड़ी में राजस्थान से आए कलाकारों ने मारी घूमर दे नखराले मा गीत पर महिलाओं द्वारा घूंघट लगाकर घूमर नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद असम से आए नीलकंठ एवं दल ने ढोल, ख्रम, पोंकसी जैसे वाद्ययंत्रों पर लांग खुन मिशोवा नृत्य की प्रस्तुति दी। राजस्थान से आए तग्गाराम मेघवाल ने सफेद गेर नृत्य की, विश्वदेव महतो एवं दल ने पाईकिया नृत्य, सुरेश एवं दल ने गुजरात का डांगी नृत्यी की प्रस्तुति दी। उदय कुमार एवं दल द्वारा केरल का थेय्यम नृत्य की प्रस्तुति दी गयी। इसके बाद संगीता आहूजा द्वारा “राम-राम रखै हम सगरी उमरिया कबहु तो अइहै राम हमरी डगरिया” तथा “घर जन्मे हैं श्रीराम बधाइयां बज रही” गीत पर अवधी लोकनृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों से खूब तालियां बटोरी।