उत्तर प्रदेशप्रयागराज

सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में दाे दिवसीय राष्ट्रीय संगाेष्ठी का शुभारंभ

प्रयागराज
दिनांक:-01.09.2024

बीके यादव/बालजी दैनिक

(एनजीबीयू के भूगाेल विभाग द्वारा आयाेजित एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में सतत विकास पर चिंतन-मंथन काे जुटे विशेषज्ञ)

नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज के भूगाेल विभाग द्वारा आयाेजित एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी “समागम” थीम के तहत “सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में वैश्विक पर्यावरण अभिसरण के सामाजिक और भौगोलिक आयाम” के उद्घाटन सत्र में बाेलते हुए बताैर मुख्य अतिथि पूर्व कुलपति और भारत के पूर्व महा सर्वेक्षक और पूर्व डायरेक्टर राष्ट्रीय एटलस मानचित्रण संगठन के प्राे० पृथ्वीश नाग ने अपने उद्बोधन में संयुक्त राष्ट्र संघ के सत्रह सतत विकास के बिंदुआें काे बताते हुए इसका क्रियान्वयन एनजीबीयू कर रहा है, यह बताया। संस्थापक कुलाधिपति श्री जे.एन. मिश्र ने अपने सम्बाेधन में कहा कि ग्रामीणांचल का जीवन प्रेरणादायक है। देश में बढ़ती बेरोजगारी व जातिवाद तरक्की में बाधक हैं। कुरूतियां, कटुता, कट्टरता समाजिक साैहार्द में बाधक हैं। कहा कि समागम से ही समरसता आएगा। कार्यक्रम की मुख्य संयोजक और भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ मीता तिवारी ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण डॉ० राजेश तिवारी ने दिया। डॉ० एस. सी. तिवारी ने कार्यक्रम की उपयाेगिता बताई। गाेविंद इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, दिल्ली के प्राे० दुर्गेश त्रिपाठी ने कहा कि ग्रामीण विकास के लिए एक भाव हाेना चाहिए जिस सेवा भाव से गांधी आेत-प्राेत थे। किसी भी जीवन का लक्ष्य ग्रामीण विकास, युवाओं का विकास हाेना चाहिए। बीएचयू के भूगोल विभाग के विभागाध्यक्ष प्राे० विनाेद कुमार त्रिपाठी ने कहा कि जिस समाज में जाे जहां उत्पन्न हाे रहा है उसकाे बचाकर ही सतत विकास की आेर बढ़ेगें। स्वयं में परिवर्तन लाने से हाेगा विकास। उन्होंने सतत विकास के साथ समिश्र विकास पर बल दिया। अध्यक्षीय उद्बबाेधन में प्राे० राेहित रमेश ने कहा कि यह कार्यक्रम शाेधार्थियाें, शिक्षकाें, एवं छात्राें के लिए लाभकारी हाेगा।

कार्यक्रम मॉ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन के साथ शुरू हुआ। तत्पश्चात् नेहरू ग्राम भारती के संस्थापक कुलाधिपति श्री जे.एन. मिश्र के 86वें जन्मदिन के अवसर पर केक काटकर विश्वविद्यालय परिवार ने जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के विशेष शिक्षा विभाग के द्वारा राजीव गाँधी बधिर विद्यालय में अध्ययनरत समस्त श्रवण बाधित एवं मानसिक मन्द बच्चों काे संस्थापक कुलाधिपति श्री जे.एन. मिश्र के जन्मदिन के अवसर पर उनके कर कमलाें से श्रवण यंत्र तथा शैक्षणिक किट वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ हिमांशु शेखर सिंह ने किया। सह समन्वयक डॉ० संतेश्वर मिश्रा एवं डॉ संजय भारती ने तथा धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव श्री आर०एल० विश्वकर्मा ने किया। दाे दिवसीय इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में प्रथम दिन समागम पुस्तक का विमाेचन किया गया। तकनीकी सत्र में विभिन्न विश्वविद्यालयाें के शाेधार्थियाें व शिक्षकाें ने अपने शाेध पत्र भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शाेधार्थी, छात्र-छात्राएं एवं शिक्षकगण माैजूद रहे।

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