Cervical Cancer पर इन्दिरेश अस्पताल ने किया जागरूक
देहरादून, 1 फरवरी: श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल की ओर सर्वाइकल कैंसर(Cervical Cancer) जागरूकता पर अभियान चलाया गया। सर्वाइकल कैंसर जागरूकता माह (जनवरी) के पर पोस्टर एवम् स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। पोस्टर प्रतियोगिता में कनिष्क प्रथम रहे, स्लोगन प्रतियोगिता में ऋतिका नेगी अव्वल रहीं।प्रतियोगिता में श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बढ़चढ़कर भागीदारी की।
एक्सपर्ट डॉक्टर्स ने दी अहम जानकारी
श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में सर्वाइकल कैंसर(Cervical Cancer) के प्रति जागरूकता थीम पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ डाॅ अशोक नायक, प्राचार्य, श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ़ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज , डाॅ अजय पंडिता, चिकित्सा अधीक्षक, डाॅ गौरव रतूड़ी, चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डाॅ अमित मैत्रेय ने संयुक्त रूप से किया। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार सर्वाइकल कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जो महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे खतरनाक कैंसर है।
कार्यक्रम की मुख्य आयोजक डाॅ यामिनी कंसल, गाइनी कैंसर विशेषज्ञ, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल ने कहा कि सर्वाकल कैंसर की वजह से होने वाली महिला मौतों का आंकड़ा चौंकाने वाला है। जागरूकता एवम् समय पर उपचार बीमारी के रिस्क फैक्टर को कम करने में मददगार हो सकते हैं। उन्होंने 9 से 25 आयुवर्ग की लड़कियों को एपीवी वैक्सीन लगवानी चाहिए। 25 वर्ष से ऊपर आयुवर्ग की महिलाओं को पैप्समेयर और एचपीवी डीएनए की जाॅच करवानी चाहिए। ऐसा करने से सर्वाइकल कैंसर का बचाव किया जा सकता है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने पोस्टर एवम् स्लोगन के माध्यम से सर्वाइकल कैंसर जागरूकता की अलख जगाई। प्रतियोगिता में डाॅ गौरव रतूड़ी, चिकित्सा अधीक्षक, श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल, डाॅ अंजलि चौधरी , डाॅ आरती शर्मा, डाॅ रोबिना मक्कड, डाॅ मेघा लूथरा, ने निर्णायक जज की भूमिका निभाई। कार्यक्रम को सफल बनाने में मानवेन्द्र रावत, अमित शर्मा, हरिशंकर शर्मा, सिमरन अग्रवाल, भूपेन्द्र रतूड़ी आदि का विशेष सहयोग रहा।
क्या है सर्वाइकल कैंसर
भारत के महिलाओं में होने वाली सबसे आम कैंसर सर्वाइकल कैंसर है। सर्वाइकल कैंसर का बचाव और इलाज दोनों हो सकता है। लेकिन इसके प्रति महिलाओं में जागरुकता कम होने की वजह से, डॉक्टरों को सही समय पर जानकारी नहीं मिल पाती है और इलाज मिलपाना मुश्किल हो जाता है।सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय(यूट्रस) के सबसे नीचे के भाग का घातक ट्यूमर होता है, जो गर्भाशय के निचले भाग से शुर होता है और उपरी वेजाइना तक जुड़ता है, जिसे गर्भाशय ग्रीवा कहते हैं। ज्यादातर सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस(HPV) के संक्रमण के कारण होता है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण क्या है?
पैर में सूजन होना , संभोग के दौरान दर्द महसूस होना , अनियमित पीरियड्स आना , ज्यादा रक्तस्राव होना , यूरीन पास करने में परेशानी होना। पैल्विक दर्द जो पीरियड्स से जुड़ा नहीं होता है, किडनी फेलियर , वजन कम हो जाना , भूख में कमी , बेवजह थकान लगना , हड्डियों में दर्द होना। यह लक्षण किसी और स्वास्थ्य समस्याओं के भी हो सकते हैं, इसलिए डॉक्टर से परामर्श जरूर करें
सर्वाइकल कैंसर गर्भाशय के निचले हिस्से में होता है
ज़्यादातर सर्वाइकल कैंसर(Cervical Cancer) ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) संक्रमण के कारण होते हैं। सर्वाइकल कैंसर आम तौर पर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) के संक्रमण की वजह से होता है, जो यौन संपर्क के दौरान फैलता है । पहला लक्षण आमतौर पर योनि से अनियमित रक्तस्राव होता है, आमतौर पर यौन गतिविधि के बाद, लेकिन लक्षण तब तक नहीं दिख सकते जब तक कि कैंसर बढ़ या फैल न जाए।सर्वाइकल कैंसर के स्क्रीनिंग परीक्षण (पापानिकोलाओ [Pap] परीक्षण और/या HPV परीक्षण) आम तौर पर असामान्यताओं का पता लगाने के लिए किए जा सकते हैं, जिनकी बाद में बायोप्सी की जाती है।इसके इलाज में आम तौर पर कैंसर और अक्सर आस-पास के ऊतक को हटाने के लिए सर्जरी करना शामिल होता है और अगर ट्यूमर बड़े हों या फैल गए हों, तो रेडिएशन थेरेपी और कीमोथेरेपी की जाती है।