एकेडमिक लेखन के तकनीकी पक्षाें की दी जानकारी

प्रयागराज 22.11.2024
बीके यादव/ बालजी दैनिक
(एकेडमिक लेखन विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का द्वितीय दिन)
नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय, प्रयागराज में शिक्षक शिक्षा विभाग एवं समाज कार्य विभाग द्वारा एकेडमिक लेखन विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के दूसरे दिन प्रथम तकनीकी सत्र में इलाहाबाद विश्वविद्यालय की डॉ रुचि दुबे ने रेफरेंसिंग स्टाइल एवं साईटेशन पर विस्तार से चर्चा की। इसी सत्र में काशी नरेश पीजी कॉलेज के डॉ प्रतीक उपाध्याय ने अपनी बात रखते हुए बताया की एकेडमिक राइटिंग शोध से ही प्रारंभ नहीं होती बल्कि इसकी शुरुआत जब आप अपनी चीजों को लिखना शुरू करते हैं तभी से शुरू हो जाती है। दूसरे वक्ता के रूप में काशी नरेश पीजी कॉलेज से डॉ संजय चौबे ने हिंदी माध्यम के लेखन में संदर्भ ग्रंथ सूची की सारी बारीकियों पर चर्चा की। प्रथम सत्र की अध्यक्षता अधिष्ठाता शिक्षा संकाय प्रोफेसर भावेश चंद दुबे ने की तथा संचालन डॉक्टर श्रवण मिश्रा एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ अभिषेक तिवारी द्वारा किया गया।
द्वितीय सत्र के मुख्य वक्ता डॉ निहार रंजन मिश्र जी रहे जिन्होंने सिनॉप्सिस तैयार करने एवं शोध समस्या के चयन पर विस्तार से चर्चा की। इस सत्र की अध्यक्षता निदेशक विशेष शिक्षा, डॉ एस एस मिश्रा ने की इसका संचालन डॉ रामेंद्र तिवारी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ शिवाश्रे यादव द्वारा किया गया।तृतीय तकनीकी सत्र के मुख्य वक्ता समाज कार्य विभाग, प्रो० राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय के प्रो० विवेक कुमार सिंह रहे। अपने व्याख्यान में वर्तमान समय में सामाजिक क्षेत्र में हो रहे बदलाव और उन बदलाव से सामाजिक क्षेत्र में हो रहे शोध के बीच आ रही कठिनाइयों पर चर्चा के साथ वर्तमान समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काे बताया। तृतीय एवं अंतिम सत्र का संचालन डॉ विधु शेखर पांडे ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ आलोक मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर कार्यशाला निदेशक डॉ० देवेंद्र यादव, समन्वयक डॉ० पुष्पांजलि पाल, डॉ प्रमोद मिश्रा डॉ वीरेंद्र मणि त्रिपाठी, डॉक्टर उत्तम कुमार डॉक्टर प्रदीप मिश्रा डॉक्टर शांतेश्वर मिश्र डॉ अवधेश कुमार डॉ धर्मेंद्र सिंह डॉ किरण सिंह, डॉ साधना त्रिपाठी, डॉ वंदना सिंह, डॉ कनीज फातिमा, श्रीमती प्रतिमा मिश्रा सहित बड़ी संख्या में शोधार्थी एवं प्राध्यापक उपस्थिति रहे।