क्या योगी सरकार को भ्रष्टाचार में बदनाम करने में लगे है डीसी मनरेगा…?

क्या डीसी मनरेगा समाजवादी पार्टी के सरकार के नीतियों पर कर रहे हैं कार्य…?
क्या समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी हैं गोंडा के डीसी मनरेगा…?
क्या डीसी मनरेगा के जानकारी में मनरेगा के मास्टर रोल में चल रहा है फर्जीवाड़ा…?
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोण्डा: शासन की महत्वाकांक्षी योजना है कि प्रत्येक ग्राम पंचायत को अच्छी सड़क व अच्छे चक मार्ग दिए जाएं और ग्राम पंचायत का उत्थान हो लेकिन गोण्डा जिले रुपईडीह विकासखंड की ग्राम पंचायत वीरपुर भोज का मामला है।जहां पर ग्राम पंचायत से संबंधित महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत चक मार्ग की पिटाई के नाम पर फर्जी हाजिरी चढ़ा कर सरकार को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है।सरकारी अभिलेखों के अनुसार ग्राम पंचायत बीरपुर भोज में तीन कार्य का मास्टर रोल छह मस्टर रोल चल रहा है एमएसआर 4605 और 4606 दो मस्टर रोल में जवाहर के खेत से विसुही नदी तक तक मिट्टी पटाई की जा रही है।बीस मजदूरों को दिखाया गया है वही दूसरे कार्य में एमएसआर संख्या 4616 और 4617 के मस्टर रोल में भी उन्नीस श्रमिकों को शोहरत अली के खेत से बहराइची के खेत का मिट्टी पटाई और खड़ंजे का निर्माण कराया जा रहा है।वही जबकि तीसरे कार्य में एमएसआर संख्या 4618 और 4619 में सोलह श्रमिकों को दिखाया गया है।जो की मेवा के खेत से गोबरे के खेत तक मिट्टी पटाई का कार्य दिखा या गया है।ज़ब कि एक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वीरपुर भोज ग्राम पंचायत में भ्रष्टाचार व्याप्त है।जहां पर दस का छह मस्टर रोल लगा तार चल रहा है लेकिन धरातल पर सिर्फ दस से बारह मजदूर ही कार्य करते दिखाई दिए और वह भी ठेके पर कराया जा रहा था।और जो श्रमिक ठीक पर काम कर रहे थे वह विकासखंड कटरा बाजार के ग्राम पंचायत परासिया रानी के रहने वाले थे और मनरेगा के पोर्टल पर 55 लेबर कागजों पर दिखाकर फर्जी हाजी लगाई जा रही है।
बच्चों के हाथों में किताब की जगह थमा दिया फावड़ा
नाबालिगों से कराई जा रही मनरेगा की मजदूरी, नियमों की खुलेआम उड़ रहीं धज्जियां
योगी सरकार के आदेश के निर्धारित नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।यहां नाबालिग बच्चों से मनरेगा योजना के तहत होने वाले काम को कराया जा रहा है।
जिस उम्र में इनके हाथों में किताबे और पेन होना चाहिये था उस उम्र में इस बच्चे के हाथ में फावड़ा देकर सड़क की पिटाई कराई जा रही है।एक तरफ जहां देश के नौनिहालों को शिक्षित करने के लिए सरकार करोड़ो रुपये खर्च कर रही है।वहीं दूसरी तरफ यहां काम कराने के लिए नौनिहालों के भविष्य से खुले आम खिलवाड़ हो रहा है।
ताजा मामला गोण्डा जिले के विकासखंड रुपईडीह के ग्राम पंचायत बीरपुर भोज गांव से जुड़ा है।यहां मनरेगा योजना के तहत हो रहे सड़क कि पटाई पर बच्चे काम कर रहे हैं।वहीं जिम्मेदार अधिकारी से लेकर कार्य स्थल पर काम कराने वाले जिम्मेदार कर्मचारियों द्वारा इनकी अनदेखी की जा रही है।वैसे तो बाल श्रम कराना कानूनन अपराध है।लेकिन यहां न तो काम कराने वालों को इसका डर है और न ही करने वालों को।
मनरेगा के तहत होने वाले विकास कार्यों में फर्जी जारी
ग्राम पंचायत वीरपुर भोज,,रजनपुर,केवलपुर, भवानियापुर खुर्द,झूरीकुइया और पिपरा बजार में मनरेगा के तहत होने वाले विकास कार्यों में कार्य करने वाले कामगार मजदूरों की फर्जी हाजिरी और संबंधित पोर्टल पर अपलोड करके सरकारी धन में बंदर बांट का सिल सिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है।ग्राम पंचायत में तैनात पंचायत सचिव ब्लॉक में तैनात एपिओ मनरेगा और जिले के डीसी मनरेगा की दूषितं नीतियों के चलते लूट घसोट करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने के बजाय उन्हें अभय दान दिया जा रहा हैं।जिससे सरकारी भ्रष्टाचार के विरोध में योगी सरकार की जीरो टारलेंस की नीति धराशाई हो रही है।जिस तरह से संबंधित जिम्मेदार खंड विकास अधिकारी एवं ग्राम पंचायत सचिव तथा एपीओ मनरेगा कार्यों की फर्जी एमबी करने वाले कर्मचारी के साथ ही संबंधित टीए कार्य स्थल पर न जाकर ब्लॉक के अपने कार्यालय में बैठकर ही कागजों पर सब कुछ चाक चौबंद कर देते हैं।वहीं बीरपुर भोज गाँव में मनरेगा में चल रहे कार्यों की जानकारी रुपईडीह विकासखंड अधिकारी से दूर भाष ली गई तो उन्होंने बताया कि अगर बच्चे काम कर रहे हैं तो उसकी फोटो आप हमें भेज दीजिए उसकी जांच करके हम कार्रवाई करेंगे।
क्या कहती है मुख्य विकास अधिकारी
इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन ने बताया कि मनरेगा में भ्रष्टाचार जो भी करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी वही नाबालिक बच्चों से काम कराए जाने के संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि किसी भी तरह से नाबालिक बच्चों से काम नहीं कर जाना चाहिए अगर ऐसा हुआ है तो संबंधित के खिलाफ जांच करा करके कार्रवाई की जाएगी