कई थानों के बोर्ड पर लिखे हैं दलालों का प्रवेश वर्जित परंतु हो रहा है उल्टा
मोतीगंज थाने में दलालों के बिना नहीं दर्ज होती एफआई आर. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, हर एफ.आई.आर के रेट होते हैं तय
शिवकुमार पाण्डेय गुरूजी/ बी न्यूज हिंदी दैनिक,
गोण्डा: लगभग में हर थाने की यही स्थिति है परंतु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विशेष कर मोतीगंज में गोंडा जिले के मोतीगंज थाने में दलालों का बोलबाला है। सुबह होते ही दलाल थाने और थाने सामने गेट या फिर चाय कि दुकानो पर डेरा जमा लेते हैं और देर रात को ही थाने से घर जाते हैं।पीड़ित की तहरीर पुलिस से पहले दलालों के हाथ में पहुंचती है उसके बाद दलाल संतुष्ट हुआ तो तहरीर पर कार्रवाई की जाती है।योगी सरकार की छवि धूमिल कर रहे दलालों और उनको संरक्षण दे रहे है।
सूत्र बता रहे पुलिस कर्मियों की शिकायत अब होंगी सांसद,विधायक और सूबे के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से की जाएगी।सूत्र बता रहे है कुछ तथाकथित पत्रकार पत्र कारिता के नाम पर थाना क्षेत्र में दलाली क़र रहे है और थाना क्षेत्र में बदनामी करा रहे दलालों के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना लिया है सूत्र बता रहे है क़ी एक नामी अख़बार के तथा कथित पत्रकार वह पूरे दिन थाने या फिर थाने के सामने बनी चाय क़ी दुकानों पर बैठ क़र पीड़ितों की शिकायत सुनता है और दोनों पक्षों से रुपये ऐंठने का काम करता है इससे योगी सरकार की छवि धूमिल हो रही है।थाने में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों से मधुर संबंधों के चलते वह मनचाहे फैसले कराता रहता है।
मोतीगंज थाने के गेट पर नहीं है आगंतुक रजिस्टर:सूत्र
मोतीगंज पर अधिकारिओ आदेश तो जैसे मजाक बनकर रह गया है।पूरे दिन थाने में जमे रहने के बावजूद रजिस्टर में दलालों व थाने पर आने वाले फरियादीओ के नाम की एंट्री नहीं की जाती है।वही थाने पर जाने वाले पीड़ितों के नाम भी जरूरी होने पर ही रजिस्टर में नहीं दर्ज किए जाते हैं,जबकि एसपी के आदेश हैं कि थाने आने वाले हर व्यक्ति का नाम रजिस्टर में दर्ज किया जाना चाहिए।
पेड़ो क़ी अवैध कटान जोरो पर
मोतीगंज थाना अपने चेहतो के लिए सूबे के मुख्यमंत्री के आदेश को भी नहीं मानती पुलिस मोतीगंज।सुबह से शाम तक थाने पर मौजूद रहने वाले चहेतों के लिए पुलिस अपने उच्च अधिकारियों के निर्देश भी नहीं मानती है योगी सरकार ने आदेश रखा है क़ी हरे पेड़ो क़ी कटान पर रोक लगाई जाए लेकिन मोतीगंज थाना क्षेत्र पेड़ो क़ी कटान जोरो पर है।ठेके दार बेरोकटोक हरियाली पर आरा चला पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं।जहाँ पुलिस की नजरों में पेड़ की कीमत कुछ नही है।पुलिस एवं तथाकथित की मिलीभगत से लकड़कट्टों द्वारा हरे भरे पेड़ों का कत्ल किया जा रहा है।अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में क्षेत्र रेगिस्तान हो जाएगा।जबकि वन विभाग का नारा है “वृक्ष लगाओ पानी बरसाओ”।लेकिन यहाँ इसके उल्टा हो रहा है, “वृक्ष कटाओ पैसा कमाओ”।मोतीगंज थाना क्षेत्र में धड़ल्ले से हरे भरे पेड़ पुलिस की मिलीभगत से काटे जा रहे हैं।
मोतीगंज में धड़ल्ले से चल रहा मिट्टी का अवैध खनन
क्षेत्र में अवैध रूप से मिट्टी का खनन जोरों पर चल रहा है। ऐसा नहीं की मामला पुलिस के संज्ञान में न हो लेकिन जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है।मोतीगज क्षेत्र के कोटिया गाँव के पास,राजगढ़ बाजार के किनार, कहोबा चौकी क्षेत्र में जेसीबी मिट्टी खोदाई और ट्रालियों से अवैध मिट्टी के ढोने का काम किया जा रहा है।इससे सरकार को भी राजस्व का चूना लग रहा है।मिट्टी से लदे वाहन दिन रात सड़क पर दौड़ रहे है।सड़क किनारे खोदे गए खेत को तालाब बना दिया गया है वही दिन और रात मिट्टी से भरे डंपर बेरोकटोक धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं।इसकी वजह से आसपास के रहने वाले लोगों को धूल से खास परेशानियों का सामना करना पड़ता है।