जया प्रभा मेनन के नृत्य शैली से दर्शक से श्रद्धालु हुए भाव विभोर

महाकुंभ नगर १८ फरवरी
बीके यादव/बालजी दैनिक
तेजेंद्र नारायण मजूमदार ने सरोद पर सजाया यमन कल्याण
संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा महाकुंभ के सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में मगंलवार को सांस्कृतिक संध्या का प्रमुख आकर्षण प्रसिद्ध नृत्यांगना जया प्रभा मेनन एवं दल का शास्त्रीय नृत्य, मोहिनीअट्टम था। मेनन ने पौराणिक समुद्र मंथन से उद्भूत इस नृत्य की कथा को लास्य प्रधान अभिनय के माध्यम से दर्शकों को इस नृत्य शैली के प्रति आकर्षित किया। उन्होंने नटराज शिव, पंचाक्षर के आध्यात्मिक आभा मंडल तथा उनके अष्टमूर्ति रूप की अद्वितीय प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कलाग्राम में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में उनकी भावपूर्ण अभिव्यक्ति और प्रत्येक भाव ,ताल और उनके सधे हुए कदमों ने दर्शकों के हृदय को छू लिया। इसी क्रम में पं तेजेंद्र नारायण मजूमदार ने सरोद पर यमन कल्याण की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरी उन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत के गूढ़ तत्वों को अत्यंत सौम्यता और भव्यता के साथ प्रस्तुत किया। उनके वादन में भक्ति, प्रेम और सांस्कृतिक वैभव का सुंदर संगम देखने को मिला। तन्मय बोस ने अपने तबला वादन से दर्शक दीर्घा में बैठे संगीत प्रेमियों को मोहित किया। विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों ने अरुणांचल प्रदेश का जुजुजाजा नृत्य, कर्नाटक का कार्डिम जलू नृत्य, गुजरात का मेवासी नृत्य, सिक्किम का सोरठी नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों को खूब आह्लादित कर अपने संस्कृति से परिचय कराया। असम के कलाकारों ने रामकथा तथा सीता उद्धार पर आधारित नृत्य की प्रस्तति दी गई। वही झूंसी सांस्कृतिक मंच पर नमिता अग्रवाल के निर्देशन में भक्त और भगवान रामलीला का मंचन हुआ। इस अवसर पर श्रीमती अमिता प्रसाद सरभाई, केंद्र के प्रभारी निदेशक आशिस गिरि तथा काफी संख्या में दर्शक उपस्थित रहे।